Home Featured योग से आतंकवाद ,नक्सलवाद पर काबू पाया जा सकता:डॉ भक्तिनाथ
June 20, 2019

योग से आतंकवाद ,नक्सलवाद पर काबू पाया जा सकता:डॉ भक्तिनाथ

दरभंगा :योग मानव जीवन को उत्कृष्टता प्रदान कर कार्यकुशलता बढ़ाता है।यह हजारों वर्ष पूर्व भारत द्वारा खोजी गई श्रेष्ठ जीवन-पद्धति है,जो विश्व को भारत की महत्त्वपूर्ण देन है।योग हमें ‘जियो और जीने दो’ की प्रेरणा देता है। उक्त बातें स्थानीय एम एल एस एम कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो विद्यानाथ झा ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर एपेक्स फाउंडेशन,दरभंगा तथा भारत विकास परिषद् , विद्यापति शाखा,दरभंगा के संयुक्त तत्त्वावधान में विद्याभवन,दिग्घी पश्चिम में आयोजित योग के महत्व पर आयोजित संगोष्ठी का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन करते हुए कहा।उन्होंने कहा कि योग हमारी संस्कृति की देन है,जो मानव को स्वस्थ तन और मन प्रदान करता है। मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो बीबीएल दास ने कहा कि योग हमारे अंदर चेतना जागृत करता है।आज पूरा विश्व योग के महत्त्व को स्वीकार रहा है।योग को अपने जीवन में अपनाकर हम अपने जीवन को सफल बना सकते हैं।

नियम,आसन,प्राणायाम आदि का विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि योग अपनाने से हमारा मन शांत और एकाग्र हो जाता है और नियंत्रण में रहता है। स्वस्थ व्यक्ति योग करके सदा निरोग रहता है और अस्वस्थ व्यक्ति योग से स्वस्थ हो जाता है।योग हमारी आत्मा को परमात्मा से जोड़ता है। डॉ भक्तिनाथ झा ने कहा कि भारतीय संस्कृति की अद्भुत खोज है जो हमें स्वास्थ एवं शांति प्रदान करता है।इसे अपनाकर आतंकवाद, नक्सलवाद पर काबू पाया जा सकता है।

विषय  प्रवेश कराते हुए परिषद् के सचिव डॉ आर एन चौरसिया ने कहा कि योग एक सर्वोत्तम जीवन-पद्धति है, जो हमारी शुसुप्त अंतः शक्ति को जगा कर,हमें ऊर्जावान बनाता है तथा हमारे अंदर आध्यात्मिक शक्ति का विकास करता है। योग सरल,सहज तकनीक है,जिसका उपयोग कर कोई भी वृद्ध,बच्चा, महिला या युवा लाभान्वित हो सकता है।आज संसार के सभी धर्म,संप्रदाय और क्षेत्र के लोग योग-पद्धति को अपना कर लाभ प्राप्त कर रहे हैं।योग व्यक्ति,परिवार, समाज तथा राष्ट्र के लिए अत्यंत उपयोगी है।यह हमारे जीवन-व्यवहार को अनुशासित बनाता है तथा हममें आत्मविश्वास का भाव भरता है।
अध्यक्षीय संबोधन में परिषद् के अध्यक्ष प्रो रामानंद यादव ने कहा कि योग प्राकृतिक जीवन एवं प्राचीन चिकित्सा पद्धति है जो सभी के लिए सरल,सस्ता तथा उपयोगी है। योग से हमारा व्यवहार नियंत्रित तथा बेहतरीन होता है और सामाजिक सद्भाव बढ़ता है।निरंतर योगाभ्यास से लोगों में सकारात्मक भाव आता है।
इस अवसर पर आयोजित भाषण-प्रतियोगिता में प्रेरणा नारायण-प्रथम,मनीषा कुमारी-द्वितीय तथा मीनाक्षी कुमारी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया,जिन्हें अतिथियों ने मेडल तथा पुरस्कार प्रदान कर हौसला-अफजाई किया। अन्य वक्ताओं में दिलीप महासेठ,चंद्र मोहन झा,तरुण मिश्र,छोटे कुमार चौधरी आदि के नाम शामिल हैं। अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ प्रदान कर किया गया।स्वागतगान माला प्रसाद, मैथिली कुमारी तथा कृति ने प्रस्तुत किया। आगंतुक अतिथियों का स्वागत करते हुए डॉ के के चौधरी ने कहा कि योग हमें चिंता,तनाव,भय आदि शारीरिक एवं मानसिक परेशानियों से दूर कर हमारी यादाश्त तथा पाचन-शक्ति को बढ़ाता है।योग को अपने दिनचर्या में शामिल कर हम अनेक गंभीर रोगों.. डायबिटीज,मोटापा,ब्लड प्रेशर,कब्ज,अनिद्रा तथा डिप्रेशन आदि से बच सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन पुरुषोत्तम झा ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन परिषद् के कोषाध्यक्ष आनंद भूषण ने किया।

Share

Check Also

कैदी भान की ठोकर से युवक की मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने जमकर काटा बवाल, पुलिस पर पथराव।

देखिए वीडियो भी   दरभंगा: जिले के बिरौल थाना क्षेत्र में कैदी वैन से टक्कर में बाइक सवार य…