शिशु रोग विशेषज्ञों की कमी दूर करने केलिए एफआईएमएनसीआई की ग्यारह दिनों की ट्रेनिंग शुरू।
दरभंगा: दरभंगा मेडिकल कॉलेज के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग में गुरुवार को एफआईएमएनसीआई की ग्यारह दिनों की ट्रेनिंग शुरू हुई। इसमें दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर तथा बेगूसराय से 16 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. केएन मिश्रा, डीएमसीएच अधीक्षक डॉ. मणि भूषण शर्मा, कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. हेमकांत झा और प्रशिक्षक डॉ. ओम प्रकाश व डॉ. एनपी गुप्ता एवं सुनील शर्मा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर आईएमएनसीआई ट्रेनिंग का उद्घाटन किया।
इस मौके पर प्राचार्य ने कहा कि देश में शिशु रोग विशेषज्ञों की बहुत ज्यादा कमी है। बिहार में प्रति जिले एक -दो विशेषज्ञ हैं और बीमार बच्चों की संख्या ज्यादा है। इसलिए जो भी उपलब्ध डॉक्टर हैं उन्हें विशेष प्रशिक्षण देकर शिशुओं की मृत्यु के कारण वाली बीमारियों का इलाज सिखाया जाएगा। अधीक्षक डॉ. मणि भूषण शर्मा ने कहा कि अगर कम जरूरत वाले बच्चों को पीएसी में ही इलाज संभव कर लिया जाए तो बड़े अस्पतालों पर भार घटेगा। इसे देखते हुए तय किया गया कि पीएसी व एडिशनल पीएचसी में जो भी डॉक्टर हैं, उन्हें इस मॉड्यूल ट्रेनिंग से सीख कर वापस जाकर बच्चों की जान बचा सकेंगे। उन्होंने कहा कि सामान्य बीमारियों वाले बच्चों का इलाज वहां संभव हो जाएगा तो डीएमसीएच की तरह अन्य बड़े अस्पताल हैं, पर भर कम हो जाएगा। मरीजों व उनके परिजनों की भी परेशानी कम होगी। प्रशिक्षक डॉ. ओम प्रकाश ने कहा कि इस ट्रेनिंग के दौरान पांच साल के नीचे के बच्चों की मृत्यु दर कम करने के लिए एक बहुत ही सरल विधि सिखाई जाएगी। यह 13 दिन का आवासीय प्रशिक्षण है, जिसमें शुरू के दिनों में उन्हें आईएमएनसीआई की ट्रेनिंग दी जाएगी।
पांच दिनों तक प्रचंड लू की संभावना, मौसम विभाग ने जारी की एडवाइजरी।
दरभंगा: 20 से 24 अप्रैल तक लोगों को तेज धूप व लू का सामना करना पड़ेगा। मौसम विभाग ने इसको …