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June 8, 2021

13 जून को मानसून का संभावित आगमन, इससे पूर्व कर लें बाढ़ से सम्बंधित सारी तैयारी: डीएम।

दरभंगा: समाहरणालय अवस्थित अंबेडकर सभागार में बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक की गई।
बैठक में सभी अंचलाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अनुमंडल पदाधिकारी ऑनलाइन जुड़े हुए थे।
बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि मानसून का आगमन 13 जून से संभावित है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में किसी प्रकार की किसी को दिक्कत ना हो इसके लिए सरकार सख्त है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में 7 जून को बाढ़ पूर्व तैयारी की बैठक की गई थी और उसमे इसकी वृहद समीक्षा की गई है। उन्होंने कहा कि बाढ़ सहायता राशि प्रदान करने के लिए सम्पूर्ति पोर्टल पर नाम अद्यतन करने के लिए सर्वेक्षण कराया जा रहा है। सर्वेक्षणकर्ता सही ढंग से सर्वेक्षण करें। छूटे हुए नाम को जोड़ना है,अयोग्य लाभुकों का नाम हटाना है। छूटे हुए नाम के लिए बाढ़ निगरानी समिति/ पंचायत निगरानी समिति इसकी निगरानी व अनुश्रवण करेंगे।
वैसे पंचायत जहां 03 हजार से अधिक लाभुकों की सूची पोर्टल पर उपलब्ध है। उसे निकालकर संबंधित अंचलाधिकारी को भेजी जा रही है। वे ठीक से सर्वेक्षण करा लेंगे बाढ़ के दौरान कई टोला, कई गांव छूट जाने की सूचना मिलती है।
उन्होंने कहा कि अभी केवल डेटाबेस तैयार किया जा रहा है बाढ़ आने पर पुनः बाढ़ प्रभावित गांव का सर्वेक्षण कराया जाएगा कि किसे लाभ मिलना चाहिए और किसे नहीं मिलना चाहिए। सूची में नाम रहने का यह अर्थ कतई नहीं है कि उसे लाभ मिलना ही चाहिए। इसलिए सभी परिवारों के नाम सूचीबद्ध कर आधार से लिंक कर लिया जाए।
उन्होंने बहादुरपुर सहित वैसे अंचलों को जहाँ आधार लिंक करने का प्रतिशत कम है 20 जून तक अद्यतन सूची बना लेने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि फर्जी नाम, एक परिवार के दो लोगों के नाम, एक ही व्यक्ति का दो जगह नाम नहीं रहना चाहिए।
ऐसे मामले में पिछले वर्ष कई एफ आई आर दर्ज कराई जा चुकी है। 15 जून तक सभी परिवारों का आधार का संग्रहण करवा लें तथा 20 जून तक सूची अद्यतन कर लें।
उन्होंने कहा कि बाढ़ के दौरान कई समस्या आती है जिनमें नाव, मानव दवा की उपलब्धता, सामुदायिक किचन का संचालन शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक निजी नाव का एकरारनामा करा लें। बाढ़ के दौरान प्रायः नाव नहीं मिलने की जानकारी दी जाती है।
समुदायिक किचन की व्यवस्था कर ली जाए, राशन की उपलब्धता, कर्मियों एवं रसोईया की टैगिंग कर ली जाए। चावल, दाल, मसाला पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहे। अनाज की व्यवस्था, विद्यालय, पीडीएस या बाजार तीनों में से कहीं से भी कर लिया जाए।उन्होंने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मध्यान भोजन को इसकी पूर्व तैयारी कर लेने का निर्देश दिया।
बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में भोजन एवं अनाज पहुंचाने के लिए पीडीएस का बोट तैयार कर लेने तथा चिकित्सा हेतु बोट एंबुलेंस की व्यवस्था कर लेने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने कहा कि जहां शरण स्थली बनाया जाना है उसके लिए जनरेटर की व्यवस्था कर ली जाए। ताकि किसी भी व्यक्ति को अंधेरे में रात गुजारना न पड़े। इसके साथ ही वर्षा मापक यंत्र की स्थिति, उपलब्ध पॉलिथीन की स्थिति, सारे सामग्री के रखरखाव की स्थिति का भौतिक सत्यापन कर लिया जाए।
उन्होंने कहा कि पर्याप्त मात्रा में ब्लीचिंग पाउडर, सांप काटने की दवा, डायरिया की दवा, कुत्ता काटने की दवा की उपलब्धता देख ली जाए। उन्होंने कहा कि नाविकों के विगत वर्ष के लंबित भुगतान नहीं रहने चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस बार बाढ़ की स्थिति की फोटोग्राफी वीडियो ग्राफी करने के लिए पंचायतों के कार्यपालक सहायक को जिम्मेवारी दी गई है। जो बाढ़ आने और पानी के ठहराव के दौरान का जियो टैग फोटो ग्राफी एवं वीडियोग्राफी करेंगे, जो साक्ष्य का काम भी करेगा।
उन्होंने सभी अंचलाधिकारी को बाढ़ प्रवण पंचायतों में भ्रमणशील रहने के निर्देश दिए। साथ ही सभी वरीय प्रभारी पदाधिकारी को 9 जून को क्षेत्र भ्रमण कर उपलब्ध व्यवस्था का सत्यापन करने एवं आवश्यक सारी व्यवस्था सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए।
बैठक में दरभंगा से अपर समाहर्ता विभूति रंजन चौधरी, अनुमंडल पदाधिकारी सदर राकेश कुमार गुप्ता, जिला परिवहन पदाधिकारी रवि कुमार,भूमि सुधार उप समाहर्त्ता एवं उप निदेशक जन संपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता एवं वरीय पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

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