आधारपुर मॉब लिंचिंग की न्यायिक जांच कराने के लिए ऐपवा और इंसाफ मंच ने किया आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन।
दरभंगा: समस्तीपुर के आधारपुर मॉब लिंचिंग की न्यायिक जांच कराने, मॉब लिंचिंग की शिकार पीड़तों को न्याय व सुरक्षा दिलाने की मांग को लेकर मंगलवार को ऐपवा और इंसाफ मंच के संयुक्त बैनर तलें दरभंगा पुलिस महानिरीक्षक के समक्ष एक दिवसीय सत्याग्रह के तहत मुँह पर काला पट्टी बांधकर घटना का विरोध व्यक्त किया गया। सत्याग्रह का नेतृत्व भाकपा माले के मिथिलांचल प्रभारी व पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा, इंसाफ मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष नेयाज अहमद, दरभंगा ऐपवा जिला सचिव सनीचरी देवी, अध्यक्ष साधना सिंह, समस्तीपुर ऐपवा की जिलाध्यक्ष वंदना सिंह, समस्तीपुर इंसाफ मंच के जिला सचिव खुर्शीद खैर कर रहे थे। सत्याग्रह का संचालन दरभंगा भाकपा-माले के जिला कमिटी सदस्य देवेंद्र कुमार ने किया। इस दौरान इंसाफ मंच और ऐपवा के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने नीतीश कुमार व दरभंगा आईजी के खिलाफ आक्रोशपूर्ण नारेबाजी कर “बाघी आधारपुर के मॉब लिंचिंग की शिकार पीड़तों को न्याय दो” की मांग कर रहे थे।
सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले के मिथिलांचल प्रभारी व पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा ने कहा कि वर्तमान समय में जदयू-भाजपा के राज्य में जनता को न्याय का गुहार लगाने का भी अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि आज दरभंगा आईजी के समक्ष बाघी आधारपुर मॉब लिंचिंग की शिकार पीड़िता न्याय की गुहार लगाने के लिए दरभंगा आ रही थी। आने के क्रम में ही पूसा में समस्तीपुर पुलिस के द्वारा उनको डिटेन कर दरभंगा आने से रोक दिया गया। धीरेंद्र झा ने कहा कि यह एक सिरे से लोकतंत्र पर हमला है। नीतीश कुमार की पुलिस कितना भी लोकतांत्रिक आंदोलनों पर हमला कर लें, न्याय और इंसाफ की लड़ाई रुकने वाला नहीं है। यह कैसी सरकार है भीड़ हिंसा करने वालों को गिरफ्तार करने के बजाए, भीड़ हिंसा की शिकार पीड़तों को डिटेन किया जा रहा है और इंसाफ की मांग कर रही पीड़तों की आवाज़ को दबाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने बताया कि आईजी के द्वारा आश्वाशन दिया गया है की सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए समस्तीपुर एसपी को आदेश दिया गया है।
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