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October 3, 2021

विश्वव्यापी मैथिल एकता के लिए जय जय भैरवि का उद्घोष।

दरभंगा: विश्वव्यापी मैथिल एकीकरण अभियान के तहत मिथिला व मैथिली के सर्वांगीण विकास के लिए मिथिला वासी एवं मिथिला के बाहर रहने वाले प्रवासी और अप्रवासी मैथिली को एकता के सूत्र में बांधने के उद्देश्य से शनिवार की देर शाम आयोजित ‘जय जय भैरवि’ के विश्वव्यापी गान का वर्चुअल मोड में आयोजन किया गया। अप्रवासी मैथिल उद्योगपति अजय झा के आवाहन पर मां श्यामा न्यास समिति के उपाध्यक्ष सह मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पं कमलाकांत झा ने कार्यक्रम का आयोजन शहर के श्यामा मंदिर में किया।

वर्चुअल मोड में आयोजित इस विश्वव्यापी कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत प्रसिद्ध ओडिसी नर्तक एवं सृष्टि फाउंडेशन के संस्थापक जयप्रकाश पाठक के निर्देशन में फाउंडेशन की प्रियांशी मिश्रा ने कवि कोकिल विद्यापति की कालजयी रचना गोसाउनि गीत ‘जय जय भैरवि…’ पर ओडिसी शैली में भावपूर्ण नृत्य प्रस्तुत कर किया। मिथिला रत्न पं कुंज बिहारी मिश्र के शास्त्रीय शैली में गाए गीत पर प्रियांशी मिश्रा के नयनाभिराम नृत्य ने इस कार्यक्रम से जुड़े करीब 90 देशों के अप्रवासी मैथिलों को आत्म विभोर कर दिया।

मौके पर अपने ऑनलाइन संबोधन में अजय झा ने कहा कि दुनिया भर के मैथिली को एक सूत्र में बांधने के उद्देश्य से आयोजित जय जय भैरवि उद्घोष कार्यक्रम में विश्व के करीब 90 देशों के अप्रवासी मैथिलों ने उत्साह पूर्वक एक साथ शंखनाद कर इसे विश्वघोष में बदल दिया है। इस कार्यक्रम के जरिए अभूतपूर्व एकजुटता के प्रदर्शन ने यह साबित कर दिखाया है कि मिथिला और मैथिली का सर्वांगीण विकास मिथिला और मैथिली के सर्वांगीण विकास की चाहत हर मैथिल को है।

मौके पर विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने कहा कि मिथिला त्रेता काल में देश था और इसकी खोई अस्मिता की पुनर्स्थापना में मिथिला का अघोषित राष्ट्र गीत जय जय भैरवि का विश्वव्यापी गान मिथिला की विश्वव्यापी एकता को निरूपित करने में मील का पत्थर साबित होगा।

कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के धर्म विभागाध्यक्ष डॉ श्रीपति त्रिपाठी ने विश्वव्यापी मैथिल एकता के इस अभियान को ऐतिहासिक सांस्कृतिक अनुष्ठान बताया। पीजी मैथिली विभागाध्यक्ष प्रो रमेश झा ने उद्देश्य पूर्ण अभियान की सफलता की कामना की।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पं कमलाकांत झा ने कहा कि गांधी, शास्त्री एवं मधुप की जयंती के अवसर पर मैथिली भाषियों के बीच नव जागृति और नवजागरण का यह अभियान संपूर्ण मिथिला को जोड़ने में कामयाब होगा तथा मिथिला के हर गांव को आदर्श गांव के रूप में निरूपित करने में सहायक होगा। विद्यापति सेवा संस्थान के मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार झा के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में मंदिर न्यास समिति के चौधरी हेमचंद्र राय ने धन्यवाद ज्ञापित किया। मौके पर योग प्रशिक्षक चंद्र मोहन चौधरी, सृष्टि फाउंडेशन के संस्थापक जयप्रकाश पाठक एवं रूना मिश्रा सहित मां श्यामा के दर्जनों भक्तों की उल्लेखनीय उपस्थिति रही।

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