Home Featured अधीक्षक ने किया जीरो डोज वैक्सीनेशन के लिये टीकाकेन्द्र का उदघाटन।
June 1, 2022

अधीक्षक ने किया जीरो डोज वैक्सीनेशन के लिये टीकाकेन्द्र का उदघाटन।

दरभंगा. 1 जून. गायनी विभाग में जन्म के बाद नवजात को तुरंत जरूरी टीका देने के लिये टीकाकेन्द्र का उदघाटन अधीक्षक डॉ हरिशंकर मिश्रा ने किया. आज पहले दिन 12 बच्चों को जीरो डोज वैक्सीनेशन के तहत टीकाकृत किया गया. इसमें हेपेटाइटिस बी, बीसीजी तथा आपीभी की प्रसूति विभाग में ही टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध हो गयी है. विदित हो कि डीएमसीएच के स्त्री रोग में प्रसूति विभाग में 2012 से बंद पड़ी नवजात शिशु के जन्मोप्रांत टीकाकरण की व्यवस्था शुरू होने से परिजनों ने खुशी व्यक्त की है. परिजनों ने अधीक्षक डॉ हरिशंकर मिश्रा एवं कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ हेमकांत झा की सराहना की है. इस अवसर पर जीएलटी में एक खास कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मौके पर अधीक्षक ने कहा कि कहा कि गर्मी, बरसात, जाड़े में नवजात शिशुओं को यहां से आउटडोर ले जाकर टीकाकरण दिलाने जाना पड़ता था. इस कारण परिजनों को काफी परेशानी होती थी. इसको देखते हुये उन्होंने विभाग में ही नवजात को तुरंत टीकाकृत करने की सुविधा देने का प्रयास किया था. आज उसमें सफलता मिली.

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कम्युनिटी रोग के विभागाध्यक्ष डॉ हेमकांत झा ने कहा कि यहां नवजात को टीकाकरण के लिये बाहर जाने की जरूरत नहीं होगी. बताया कि टीकाकरण के समय जो कार्ड यहां विभाग में दिया जायेगा, उसी कार्ड को परिजन अन्य टीकाकरण केंद्र पर दिखाकर बच्चों को अन्य जरूरी वैक्सीन दिलावें. बताया कि सामान्य दिनों में परिजन अपने बच्चों को आउटडोर के कक्ष संख्या 24 में जाकर टीकाकरण का सुविधा प्राप्त कर सकते हैं. बताया कि टीकाकरण बच्चों का जन्मसिद्ध अधिकार है. इससे किसी भी बच्चे को वंचित नहीं किया जाना चाहिए. सभी टीके समय पर और सही जगह पर दिलवाने चाहिए. स्त्री रोग एवं प्रसूति विभाग की कार्यकारी विभागाध्यक्ष डॉ शशि वाला प्रसाद ने कहा कि टीकाकरण के साथ बच्चों के लिए अन्य कार्यक्रम भी चलाया जायेगा. कहा कि जन्म के बाद ही बच्चों को कपड़ा देना आवश्यक है. साथ ही सभी शिशुओं को जन्म के कुछ मिनटों के अंदर ही मां का स्तनपान कराना भी अति आवश्यक है. डॉ अशोक कुमार ने बताया कि शिशु विभाग स्त्री रोग एवं प्रसूति विभाग के साथ शिशु विभाग कंधे से कंधा मिलाकर नवजात शिशुओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए कार्य कर रहा है. यहां 24 घंटे नवजात शिशु की देखभाल के लिए एक पीजी डॉक्टर कॉल पर उपलब्ध है. साथ ही एक वरीय चिकित्सक प्रतिदिन सुबह आकर पिछले 24 घंटे में पैदा हुए शिशुओं की जांच कर उन्हें उचित सलाह देते हैं. कार्यक्रम का प्रबंधन स्वास्थ्य प्रबंधक कमल उपाध्याय एवं लैब टेक्नीशियन सुनील कुमार ने किया.

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