गौरवपूर्ण रहा है मिथिला विश्ववविद्यालय के 50 वर्षों का सफर: कुलपति।
दरभंगा: शुक्रवार को ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती वर्ष के समापन समारोह विश्वविद्यालय के जुबली हॉल परिसर में आयोजित हुआ। इस समारोह में अपने उदगार व्यक्त करते हुए कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के लिए ये खुशी का दिन है कि शिक्षा मंत्री ने ही स्वर्ण जयंती वर्ष समारोह की शुरुआत और समापन किया है।
उन्होंने कहा कि मिथिला विश्ववविद्यालय के 50 वर्षों का सफर काफी गौरवपूर्ण है। यहां के बच्चे देश-दुनिया के हर क्षेत्र में नई उच्चाइयों को छू रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी संस्था की कोई उम्र नहीं होती है। गतिशिलता हमेशा बनी रहनी चाहिए। यहां के छात्र-छात्राएं अपनी क्षमता का उपयोग कर समृद्ध भारत बनाने में अपना अहम योगदान दे रहे हैं और दे सकते हैं। साथ ही स्वर्ण जयंती वर्ष समारोह हमे इस बात के लिए भी सचेत करता है कि हमें हमेशा आत्मचिंतन करते रहना चाहिए। मिथिला विश्वविद्यालय ने हमेशा परिवर्तन को स्वीकार किया है। इसका परिणाम है कि मिथिला विश्वविद्यालय हमेशा अपने पूरे दायित्वों को निभाने में सफल रहा है।

प्रतिकुलपति प्रो. डॉली सिन्हा ने विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि विवि लगातार ज्ञान के आदान-प्रदान का स्थल है। सभी के सहयोग से ही मिथिला विवि का लगातार विकास हो रहा है। कुलसचिव प्रो. मुश्ताक अहमद ने सभी अतिथियों का कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आभार प्रकट किया। साथ ही कहा कि शिक्षा मंत्री मिथिला विवि के 50 वर्षों से सफर के साथी हैं। इससे विश्वविद्यालय परिवार का सिर गर्व से ऊंचा हो गया है। मंच संचालन दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रो. अशोक कुमार मेहता ने किया।
डीएसपी ने विश्वविद्यालय थानाध्यक्ष से मांगी दो भूमाफियाओं की जानकारी।
दरभंगा: दरभंगा शहर भूमाफियाओं के चंगुल में पूरी तरह जकड़ा हुआ है। जगह जगह तालाब भरकर बेच दि…