प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने रुकवाया बाल विवाह।
दरभंगा: जिले के सिमरी थाना क्षेत्र के एक गांव की 14 वर्षीया लड़की को 19 वर्षीया बताकर उसका विवाह कराने के प्रयास का मामला प्रकाश में आया है। जानकारी मिलते ही पहुंची प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने बाल विवाह को रोक दिया। फिलहाल प्रशासनिक अधिकारी गांव में कैंप किए हुए हैं।
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेंस फाउंडेशन कार्ड्स एवं चाइल्ड हेल्पलाइन की तत्परता से सहायक निदेशक भास्कर प्रियदर्शी के निर्देशानुसार एसडीपीओ ज्योति कुमारी एवं थानाध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात कर बाल विवाह पर पहरा लगाया गया है। स्थानीय निरीक्षण के दौरान बच्ची एवं परिवार के लोगों ने बताया कि बच्ची की उम्र वर्तमान सरपंच ने 19 वर्ष प्रमाणित की थी। इस आधार पर आधार कार्ड भी बनाया गया था।
हालांकि जांच के लिए पहुंचे प्रखंड बाल विवाह निषेध पदाधिकारी सह बीडीओ अमरेन्द्र पंडित ने राजकीय मध्य विद्यालय की नामांकन संचिका की जांच-पड़ताल की। इसमें बच्ची की जन्म तिथि 28 मार्च 2010 पाई गई। इस आधार पर बच्ची के विवाह को बाल विवाह करार करते हुए तत्काल उस पर रोक लगा दी गई। बाल विवाह को प्रश्रय देने के लिए सरपंच रमेश साहनी को चाइल्ड हेल्पलाइन के जिला समन्वयक मो. शोबान व मनोहर कुमार झा ने बाल संरक्षण अधिनियम की सीख दी।
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