दरभंगा मेडिकल कालेज के दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों ने किया काम बंद।
दरभंगा: दरभंगा मेडिकल कालेज के छात्रावासों में कार्यरत दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों ने वेतन भुगतान की मांग के समर्थन में मंगलवार से काम बंद कर दिया। उन लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर उनके वेतन के अलावा एरियर का भुगतान अविलंब नहीं किया जाता है तो वे कॉलेज में तालाबंदी कर देंगे। प्राचार्य कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठे कर्मी अब आर-पार के मूड में हैं। पूरे दिन उन्होंने अपनी मांगों के समर्थन में सरकार के अलावा कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
धरने पर बैठे कर्मियों ने बताया कि कई बार प्राचार्य से मुलाकात कर उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया गया, लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई। मजबूर होकर उन्हें अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाना पड़ा। उन लोगों ने बताया कि पिछले तीन महीने से उनके वेतन का भुगतान नहीं किया गया है। उनका एरियर का भुगतान 18 महीने से लंबित है। कई महिला कर्मियों ने बताया कि वेतन नहीं मिलने से उनके बच्चों को भुखमरी का सामना करना पड़ रहा है। वे बुधवार से पूरे परिवार के साथ धरने पर बैठेंगी।
दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी संघ के आलोक मंडल ने बताया कि वे लोग मेडिकल कॉलेज में करीब 45 वर्षों से माली, सफाई कर्मी, दरबान, बिजली मिस्त्री आदि के पद पर काम कर रहे हैं। कुल 102 दैनिक वेतनभोगी कर्मी हैं। इन कर्मियों के वेतन का भुगतान मेडिकल छात्रों द्वारा दिए जाने वाले मेंटीनेंस फंड से होता था। लेकिन नए नियम के तहत अब मेडिकल छात्रों द्वारा दी जाने वाली राशि अब सीधे सरकारी खजाने में जमा हो रही है। इसके कारण दैनिक वेतनभोगी कर्मियों का भुगतान तीन माह से नहीं हो रहा है।
इस दौरान प्रिंस शर्मा, मनीष कुमार, निर्मला देवी, मुन्ना मंडल, मुन्नी देवी, शोभा देवी, रामसागर सिंह, गणेश राय, ललन कुमार, मरनी देवी, माला देवी, मीरा देवी, शीला देवी आदि मौजूद थे।
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