Home Featured भारत रत्न पूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्र की 50वीं पुण्यतिथि पर कार्यक्रम आयोजित।
3 weeks ago

भारत रत्न पूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्र की 50वीं पुण्यतिथि पर कार्यक्रम आयोजित।

दरभंगा: मिर्जापुर स्थित चन्देश्वर गिरी के निवास स्थान पर शुक्रवार को भारत रत्न पूर्व रेल मंत्री स्वर्गीय ललित नारायण मिश्र की 50वीं पुण्यतिथि मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान के जिलाध्यक्ष प्रदीप कुमार चौधरी की अध्यक्षता में मनाई गई। इस अवसर पर उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण करते हुए प्रतिष्ठान के जिलाध्यक्ष श्री चौधरी ने कहा कि छात्र नेता, अध्यापक, स्वतंत्रता सेनानी, सांसद व भारत सरकार के मंत्री के रूप में ललित बाबू ने समाज व राष्ट्र की अतुलनीय सेवा की। ललित बाबू एक सच्चे समाजसेवी के रूप में अपने सिद्धांतो का बड़ी दृढ़ता के साथ पालन करते थे।रेल मंत्री के रूप में ललित बाबू ने असीम धैर्य, संवेदनशीलता, दूरदर्शिता व प्रशासनिक क्षमता का परिचय देकर रेलवे की जर्जर स्थिति में काफी सुधार करवाया।जिसके कारण रेलवे की यात्री सुविधा के साथ साथ आमदनी में भी काफी वृद्धि हुई।

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श्री चौधरी ने कहा कि चीनी आक्रमण के अनुभव से सीख लेकर ललित बाबू ने पूर्णिया व दरभंगा में वायु सैनिक अड्डों का निर्माण करवाया, जो उनकी युद्ध रणनीति की एक महानतम उपलब्धि के रूप में स्मरणीय है।

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उत्तर बिहार को बाढ़ की विभीषिका से मुक्ति के लिए ललित बाबू ने कोशी नदी में बाँध निर्माण करवाने के साथ साथ सप्त कोशी हाईडैम, कमला व बागमती परियोजना व कंकैय परियोजनाएँ लागू करवाने के लिए अनवरत प्रयत्नशील रहे। उन्होंने बिहार में 36 विभिन्न रेलमार्ग परियोजनाओं की स्वीकृति देकर मिथिला व बिहार में रेल लाईन के जाल बिछाने का कार्य किया। राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिथिला पेंटिंग का प्रतिष्ठापित कराने व साहित्य अकादमी में मैथिली भाषा को शामिल करवाने में ललित बाबू ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी।रोजगार सृजन के क्षेत्र में मुजफ्फरपुर, पटना व राँची में रेलवे जोन की स्वीकृति दिलाकर क्रान्तिकारी कदम उठाया।

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श्री चौधरी ने कहा कि बिहार के रूग्न सुती मिलों को चालू करवाने , ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की स्थापना करवाने,पश्चिमी कोशी नहर परियोजना की स्वीकृति दिलाने, लखनऊ से फारविसगंज लेटरल रोड की परिकल्पना व अशोक पेपर मिल के चालू करवाने की ललित बाबू की भूमिका सराहनीय है।

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इस अवसर पर चन्देश्वर गिरी, रामलखन महासेठ, संतोष कुमार गिरी, मनोज कुमार झा, दिव्यांशु कुमार झा, संजय गिरी, इन्द्रदेव राय, दीपक कुमार झा, जयकिसुन साहु, डा॰ श्याम कुमार शर्मा, सुनील कुमार, सुरेंद्र कुमार गिरी, अजीत कुमार सिंह, सहित कई अन्य लोगों ने भी ललित बाबू की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके कृतित्व व व्यक्तित्व को याद किया।

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