समाजसेवी ने सोशल मीडिया पर फोटो जारी कर बिछड़े बेटे को मिलवाया।
दरभंगा: एक भटके हुए मानसिक रूप से कमजोर युवक को अपनों से मिलाकर हिंद मानव सेवा संस्थान के लोगों ने मानवता की मिसाल कायम की। युवक अचानक घर से निकलकर पूर्णिया से भटकते- भटकते सिमरी थाना क्षेत्र में पहुंच गया था।

वहां किसी वाहन से जख्मी होने पर इलाज के लिए लावारिस बताते हुए उसे डीएमसीएच में भर्ती कराया गया था। ठंड से ठिठुर रहे युवक को पहले संस्थान से जुड़े लाल बाबू अंसारी और मो. आरजू ने कम्बल दिया। फिर उसके परिजनों की खोज में लग गए। उन लोगों ने उसकी फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट की। पोस्ट के माध्यम से परिजनों को युवक के डीएमसीएच में रहने की जानकारी मिली। वे उसे लेने डीएमसीएच पहुंच गए। युवक की मां असमीना खातून ने बताया कि उनका बेटा बाबर मानसिक रूप से कमजोर है। वह 10 जनवरी को घर से अचानक निकल गया था। लोगों ने उन्हें जानकारी दी कि वह डीएमसीएच में है।

दुष्कर्म पीड़िता बच्चियों को न्याय दिलाने के लिए निकाला गया कैंडल मार्च।
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