Home Featured विश्वविद्यालय में ललित जयंती समारोह का हुआ आयोजन।
2 weeks ago

विश्वविद्यालय में ललित जयंती समारोह का हुआ आयोजन।

दरभंगा: ललित नारायण मिश्र चेयर तथा एनएसएस कोषांग के संयुक्त तत्वावधान में ललित जयंती समारोह का आयोजन ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के जुवली हॉल में किया गया। इस मौके पर कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी ने कहा कि ललित बाबू की सोंच को आगे बढ़ाने में विश्वविद्यालय पूर्णत: सक्षम है। उनका अपनी धरती मिथिला से विशेष लगाव था। हमें ललित बाबू की तरह ही बिना किसी को दबाए हुए सकारात्मक रूप से सभी कार्य करना चाहिए।

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कुलपति ने चेयर में अवकाश प्राप्त शिक्षकों तथा शोधार्थियों को भी अधिक से अधिक जोड़कर, उनके माध्यम से शोध-कार्यों, पुस्तकों के प्रकाशन तथा प्रति माह एक संगोष्ठी अवश्य करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि प्रोफेसर ज्ञान के पुंज होते हैं। हमारे विश्वविद्यालय की अब एक अलग पहचान बन गई है, क्योंकि अब यह शोध विश्वविद्यालय है।

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शिक्षक सिर्फ कार्य के घंटे देखकर ही नहीं, बल्कि छात्रहित में विश्वविद्यालय को हमेशा आगे बढ़ाने हेतु काम करें। सबके प्रति आदर भाव रखते हुए सहज एवं सरल रूप से छात्रों को शिक्षा एवं प्रेरणा देना चाहिए। छात्र भी अपने शिक्षकों से अधिक से अधिक इंटरेक्ट कर लाभा उठाए। मुख्य अतिथि के रूप में आर.के. कॉलेज, मधुबनी के अवकाश प्राप्त राजनीति विज्ञान के प्राध्यापक डॉ. श्रुतिधारी सिंह ने मिथिला पेंटिंग के प्रचार-प्रसार में ललित बाबू के योगदानों की विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने जयंती जनता ट्रेन में पहली बार मिथिला पेंटिंग्स उकेरवाया था। उन्होंने कहा कि ललित बाबू उच्च कोटि के राजनीतिज्ञ, सच्चे समाजसेवी तथा कुशल प्रशासक थे।

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वे जीवन पर्यंत हमेशा मिथिलांचल के विकास हेतु कार्य करते रहे। मुख्य वक्ता के रूप में सीनेटर डॉ. वैद्यनाथ चौधरी ‘बैजू’ ने विश्वविद्यालय तथा सीएम कॉलेज की स्थापना का इतिहास विस्तार से बताते हुए ललित बाबू के संघर्षों को याद किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में ललित कला के संकायाध्यक्ष प्रो पुष्पम नारायण ने कहा कि दूरदर्शी एवं अर्थशास्त्री ललित बाबू का जन्म वसंत पंचमी को हुआ था और संयोग है कि आज भी बसंत पंचमी ही है। कुलसचिव डॉ. अजय कुमार पंडित ने ललित जयंती की बधाई देते हुए कहा कि वे हमारे अमूल्य धरोहर हैं।

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समारोह के प्रारंभ में कुलपति प्रो. एस के चौधरी के नेतृत्व में ललित बाबू की मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया। मैथिली प्राध्यापक प्रो. अशोक कुमार मेहता के कुशल संचालन में स्वागत संबोधन ललित नारायण मिश्र चेयर के निदेशक डॉ. अंबरीष कुमार झा ने किया। जबकि धन्यवाद ज्ञापन एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. आर एन चौरसिया ने किया।

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