ट्रेन की चपेट में आकर दोनों पांव एवं एक हाथ गंवाने वाले युवक की हुई पहचान।
दरभंगा: दरभंगा-लहेरियासराय रेलखंड पर गत बुधवार को अललपट्टी रेलवे गुमटी के पास ट्रेन की चपेट में आकर दोनों पांव एवं एक हाथ गंवाने वाले युवक की पहचान हो गई है। उसका इलाज डीएमसीएच के ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

ट्रेन से किसी युवक के कटने की जानकारी मिलने पर युवक के कई परिजन शुक्रवार को बेंता थाना पहुंचे। पुलिस उन्हें लेकर डीएमसीएच के ट्रॉमा सेंटर पहुंची। वहां रवि कुमार राम ने युवक की पहचान अपने भाई भोला कुमार राम के रूप में की। भाई की हालत देख वह अपने आंसू रोक नहीं पाया। उसने बताया कि वह मब्बी थाना क्षेत्र के सिमरा नेहालपुर निवासी जगदेव राम का पुत्र है। वह ट्रेन की चपेट में कैसे आया, उसे पता नहीं है।

भोला नाका नंबर दो के पास एक कॉफी शॉप में काम करता था। काम पर जाने के लिए वह आठ फरवरी की सुबह 8.30 बजे घर से निकला था। इसके बाद वह घर नहीं लौटा। घर नहीं लौटने पर उसकी तलाश शुरू की गई। दिल्ली मोड़ बस स्टैंड पर जानने-पहचानने वाले एक व्यक्ति ने बताया था कि उसे मुजफ्फरपुर की बस पर सवार होते देखा गया था। काफी खोजबीन करने पर जब उसका पता नहीं चला तो मब्बी थाने को सूचना दी गई। जख्मी के भाई ने आरोप लगाया कि वहां की पुलिस ने उसे खोजने की दिशा में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। भाई के लापता होने के संबंध में सिटी एसपी के जनता दरबार में भी आवेदन दियागया था। इधर, भोला के डीएमसीएच में भर्ती होने की जानकारी दिये जाने पर काफी संख्या में उसके परिजन ट्रॉमा सेंटर पहुंच गए।

उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। चिकित्सक लगातार उसके इलाज में लगे हुए हैं। अधीक्षक डॉ. शीला कुमारी स्वयं इलाज की मॉनिटरिंग कर रही हैं। चिकित्सकों ने उसका सीटी स्कैन कराने की सलाह दी है। परिजनों ने बताया कि एक दिन एक फोन आया था। युवक का पता बताने के लिए पैसे की मांग की गई थी। मांग करने पर पांच हजार रुपए ट्रांसफर किए गए थे।

गुम हुए मोबाइल ऑपरेशन मुस्कान के तहत दस दिनों के अंदर बरामद।
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