फिर एकबार मेडिकल छात्रों ने पांच दिनो तक मरीजों की जान बंधक रख मनवाई अपनी मांग!
दरभंगा: दरभंगा मेडिकल कॉलेज के छात्रों द्वारा येन केन प्रकारेण अपनी मांगों को मनवाने का फार्मूला एकबार फिर काम आया। हर बार मरीजों की जान खतरे में डालकर कर अपरोक्ष रूप से प्रशासन पर दवाब बनाने का पुराना नुस्खा इसबार भी काम आया। लगातार पाँच दिनों तक ओपीडी और इमरजेंसी सेवा तक बाधित कर मरीजों को मरने केलिए छोड़कर प्रशासन पर दबाव बनाकर परीक्षा केंद्र दरभंगा में ही रखने के अपनी मांग को मनवा ही लिया।
आर्यभट्ट विवि ने आखिरकार डीएमसीएच 2014 बैच के छात्रों की मांग मान ली और छठे दिन शनिवार को उनका आंदोलन समाप्त हो गया। 15 जनवरी को तय परीक्षा अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दी गई है।
दरभंगा मेडिकल कॉलेज के छात्रों की परीक्षा का केंद्र लनामिविवि के स्नातकोत्तर वाणिज्य विभाग को बनाया गया है। एमबीबीएस की थर्ड प्रोफेशनल की परीक्षा 4 फरवरी से होगी। इस बाबत आर्यभट्ट विवि के परीक्षा नियंत्रक ने शनिवार की देर शाम अधिसूचना जारी की। यह सूचना मिलते ही छात्रों ने आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की। छात्र डॉ. नरेश सुमन ने बताया कि सभी विभाग 13 जनवरी से खुल जाएगा। मरीजों का इलाज शुरू हो जाएगा। डॉ. आरआर प्रसाद ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि मरीजों का इलाज 13 जनवरी की स़ुबह से चालू हो जाएगा। जारी आदेश के मुताबिक, बर्धमान चिकित्सा महाविद्यालय की परीक्षा का केंद्र नालंदा मेडिकल कॉलेज बिहारशरीफ नालंदा को बनाया गया है। इसके पूर्व ठप उपचार व्यवस्था को चालू कराने को लेकर दिन में परिजनों और मरीजों ने इमरजेंसी वार्ड चौक को पांच घंटे तक जाम रखा। यातायात व्यवस्था चरमरा गई।
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