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July 6, 2019

आरक्षी स्नेहा मंडल की संदेहास्पद मौत बिहार सरकार और पुलिस तंत्र पर बड़ा सवाल: माले।

दरभंगा: सीवान में कार्यरत महिला आरक्षी स्नेहा मंडल की संदेहास्पद हत्या और भोजपुर, वैशाली, सुपौल व सारण सहित बिहार के विभिन्न इलाकों में यौन उत्पीड़न-सामूहिक बलात्कार की बेलगाम घटनाओं के विरोध में आज भाकपा-माले व ऐपवा के बैनर से लहेरियासराय पोलो मैदान के गेट से कमिश्नरी, समाहरणालय होते हुए लहेरियासराय टॉवर तक प्रतिवाद मार्च निकाला गया. प्रतिवाद मार्च का नेतृत्व ऐपवा की जिला सचिव शनीचरी देवी, भाकपा(माले) राज्य कमिटी सदस्य अभिषेक कुमार, भाकपा(माले) वरिष्ठ नेता आर के सहनी, लक्ष्मी पासवान और इंसाफ मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष नेयाज अहमद, ने किया। लहेरियासराय टॉवर पर शनीचरी देवी की अध्यक्षता में आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए भाकपा(माले) के वरिष्ठ नेता आर के सहनी ने कहा कि आज बिहार में कानून का नहीं बल्कि पुलिस व माफिया राज चल रहा है. सभा को सम्बोधित करते हुए भाकपा(माले) के राज्य कमिटी सदस्य अभिषेक कुमार ने कहा कि स्नेहा मंडल की संदेहास्पद मौत बिहार सरकार और पुलिस तंत्र पर बड़ा सवाल खड़ा करती विगत 30 जून को भाकपा-माले की एक उच्चस्तरीय जांच टीम मुंगेर पहुँची थी और सिवान में कार्यरत आरक्षी स्नेहा हत्याकांड मामले में स्नेहा के परिजनों व स्थानीय लोगों से बातचीत करने के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंची कि इस मामले में पुलिस के बड़े अधिकारी शामिल हैं. जो घटनाक्रम उभरकर सामने आया है उससे प्रतीत होता है कि स्नेहा का लंबे समय से यौन शोषण किया जा रहा था और फिर उसकी हत्या कर दी गई. मामले को रफा-दफा करने के लिए उसकी लाश को भी गायब कर दिया गया. इस कांड में सिवान के एसपी नवीनचंद्र झा की संलिप्ता की भी आशंका व्यक्त की जा रही है. भाकपा-माले ने विधानसभा के अंदर भी इस प्रश्न को उठाया और मामले की सच्चाई पता करने व दोषियों को सजा दिलाने के लिए सीबीआई जांच की मांग की।
ऐपवा जिला सचिव शनीचरी देवी ने कहा कि महिला सशक्तीकरण का ढोंग करने वाले नीतीश कुमार स्नेहा हत्याकांड के सीबीआई जांच के लिए तैयार नहीं हैं। आज आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहित पुलिस विभाग में कार्यरत महिला आरक्षियों को भी संगठित करने की जरूरत है. इस काम को भाकपा-माले व ऐपवा करेगी. आज राज्यवयापी प्रतिवाद के जरिये ऐपवा व माले एक बार फिर मामले की तत्काल सीबीआई जांच की मांग करती हैं।
खेग्रामस के प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मी पासवान ने कहा कि चुनाव के बाद भाजपा संरक्षित अपराधियों-बलात्कारियों का मनोबल काफी बढ़ गया 29 जून को शौच करने गई 22 वर्षीय दलित महिला के साथ गांव के ही सामंती मिजाज के अपराधी ताकतों ने बलात्कार किया.जब महिला ने विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की गई, उसके गाल को दांत से काटा गया और मुंह में घास व कपड़ा ठूंसकर बलात्कार किया गया.
इंसाफ मंच के नेयाज अहमद और एआईपीएफ नेता भूषण मंडल ने कहा कि आज पूरे बिहार में इस तरह की घटनायें हो रही हैं और बिहार सरकार चुप बैठी है. यह बेहद शर्मनाक है.
प्रतिवाद मार्च में कार्यक्रम में भाकपा(माले) जिला कमिटी सदस्य शिवन यादव, गणेश महतो, अवधेश सिंह, गजेंद्र नारायण शर्मा, आइसा जिला अध्यक्ष प्रिंस कुमार कर्ण, विनोद सिंह, मधु सिन्हा, रीता देवी,सुनीता, मोहम्मद तालिब, मोहम्मद सहाबुद्दीन, देवी,मधु सिन्हा, पिंकी देवी, रीता साह, फूलो देवी, चांदनी देवी, इंदु देवी, बबिता देवी, सुनीता देवी, अनिता देवी, आदि लोगों ने भाग लिया.

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