दरभंगा एयरपोर्ट से जल्द शुरू होगी कार्गो सेवा, पार्किंग केलिए की गयी है जमीन देने की मांग: निदेशक।
दरभंगा: प्रमंडलीय वाणिज्य एवं उद्योग परिषद, दरभंगा के तत्वाधान में रविवार को बैठक हुई। इसमें दरभंगा एयरपोर्ट के निदेशक विप्लव मंडल एवं स्पाइसजेट के स्थानीय प्रबंधक परमवीर सिंह भी उपस्थित हुए। निदेशक श्री मंडल ने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट शुरू से ही काफी प्रभावशाली रहा है। यह मात्र सौ यात्रियों की सुविधा के दृष्टिकोण से बनाया गया था, परन्तु यात्रियों की संख्या उमीद से बहुत ज्यादा होने से कुछ असुविधा हो रही है। दृश्यता की समस्या की वजह से विमान रद्द हो रहे हैं। इसकी व्यवस्था शीघ्र की जा रही है। जहां तक पार्किंग की समस्या है तो उसके लिए एयरफोर्स से औऱ अधिक जमीन की मांग की गई है। बरसात को देखते हुए अभी रास्ते में शेड बनाने की व्यवस्था की जायेगी। यहां से जल्द ही कार्गो सेवा शुरू होने की संभावना है। अन्य आवश्यक सुविधाओं में भी जल्द सुधार किया जाएगा।
इसके पूर्व चैम्बर के अध्यक्ष पवन कुमार सुरेका ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि दरभंगा में एयरपोर्ट खुलने से पूरे मिथिलांचल, पूर्वांचल एवं उत्तर बिहार का एक बड़ा भाग लाभान्वित हुआ है। यात्रियों की संख्या बहुत बढ़ी है। विमानों में 90 प्रतिशत यात्री हमेशा रहते हैं। उन्होंने कहा कि चैम्बर भी पिछले 15 साल से इस ओर प्रयत्नशील रहा है कि दरभंगा में एक एयरपोर्ट की स्थापना हो। चेंबर की तरफ से एक स्मारपत्र देते हुए प्रधान सचिव सुशील कुमार जैन ने कहा दृश्यता के अभाव में विमानों के उतरने में काफी कठनाई होती है। सबसे बड़ी समस्या पार्किंग की है। बिना पार्किंग के लोगों को टर्मिनल तक मुख्य सड़क से अपने सामान को लेकर पैदल ही जाना पड़ता है। स्मारपत्र में कहा गया है कि अंदर में यात्रियों के बैठने के लिए अपर्यप्त कुर्सियां हैं। उनकी संख्या को बढ़ाना होगा। अंदर यात्रियों के खानपान की भी कोई व्यवस्था नहीं है। इस अवसर पर स्पाइसजेट के प्रबंधक का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा गया कि यात्रियों को एयरपोर्ट पर आने के बाद विमान के रद्द होने की सूचना मिलती है जिससे यात्रियों को काफी कठनाइयों का सामना करना पड़ता है। किराये में बहुत बड़ी भिन्नता रहती है। अत: अधिकतम किराया न्यूनतम किराए से दुगुना किसी भी कीमत पर नहीं होना चाहिए। विमान रद्द होने पर किराया वापसी की सही व्यवस्था नहीं है। अधिकतर यात्रियों को उनका किराया मिल भी नहीं पता है। यात्रियों की संख्या को देखते हुए दिल्ली व मुम्बई के लिये विमानों की संख्या बढ़ाई जाय। साथ ही कोलकाता, सूरत व जयपुर के लिए भी विमान सेवा चालू की जाय। स्मारपत्र में बहुत सी अन्य मांगें रखी गई। इस अवसर पर अजय कुमार पोद्दार, डॉ. राज अरोड़ा, डॉ. केएनपी सिंह, अभिषेक चौधरी, आशीष सराफ, राजेश पूर्वे, पवन कुमार बगड़िया, विनोद साह, राजेश बोहरा, महेश जमनानी ने सुझाव रखे। कोषाध्यक्ष मुकेश खेतान ने सबों का धन्यवाद किया।
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