सड़क से उठाये गए नवजात को निःसंतान दम्पति ने चाइल्डलाइन को सौंपने से किया इंकार, मामला बिगड़ा।
दरभंगा: बुधवार को चाइल्डलाइन दरभंगा के नोडल सह जिला समन्वयक रवींद्र कुमार की अध्यक्षता केन्द्र समन्वयक आराधना कुमारी के संचालन में सैदनगर स्थित चाइल्डलाइन जिला केंद्र कार्यालय में बिशेष आपातकालीन बैठक आयोजित हुई। बैठक में सोमवार को
बहेड़ी थानान्तर्गत महुआ मईन गाँव के नि:सन्तान दम्पति मिथिलेश मुखिया एवं उषा देवी द्वारा वहाँ चौक के समीप सड़क पर फेके गए नवजात शिशु को अवैध रुप से गोद लिए जाने के मामले पर विशेष रूप से चर्चा हई।
इस संबंध में जानकारी देते हुए चाइल्डलाइन कार्यकर्ता मनोहर झा ने बताया इसकी सूचना मिलने पर मंगलवार को स्थानीय चाइल्डलाइन एवं पुलिस द्वारा उन्हें कानूनी रूप से नवजात को गोद लेने की प्रक्रिया समझायी गयी। उन्हें बताया गया कि बिशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान द्वारा बच्चे को लेने हेतु बच्चे को बाल कल्याण समिति में उपस्थापन कराकर उसे बिशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में भेजा जाना आवश्यक होता है। अतः उन्हें इस प्रक्रिया को अपनाने की बात कही गई।
इसपर नि:संतान परिवार के साथ आसपास के दर्जनों लोग विरोध करने लगे। मामला बिगड़ते देख थानाध्यक्ष द्वारा शांति स्थापित करने हेतु तीन गाड़ी पुलिस बल भेजकर मामले को शांत कराने का प्रयास किया गया। अंततः कानूनी अज्ञानता के कारण भीड़ की दलील के कारण मामले की उग्रता को देखते हुए पुलिस और चाइल्डलाइन के लोग वापस लौट गए।
इसे लेकर बुधवार को आयोजित चाइल्डलाइन की आपात बैठक में बहेड़ी के समन्वयक द्वारा मामले को उठाया गया है। इसपर जिला समन्वयक ने मामले में जिला बाल संरक्षण इकाई के हस्तक्षेप की आवश्यकता बताते हुए पत्र भेजने का निर्णय लिया गया।
बैठक में देवोत्तम कुमार चन्दन, राहुल सिंह, श्रवण कुमार झा,बाबी कुमारी, शिवगंगा देवी, सच्चिदानन्द झा,पंकज कुमार चौधरी आदि सदस्य उपस्थित हुए।
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