शराब की तस्करी कर रहे सरपंच गिरफ्तार।
दरभंगा: पंचायती राज व्यवस्था में सरपंच को कानून का संरक्षक कहा गया है अगर न्याय का संरक्षक ही कानून की धज्जियां उड़ाने लगे तो आम जनता से क्या उम्मीद की जा सकती है। अक्सर अलग-अलग ग्राम कचहरी के सरपंच के कारनामे मीडिया की सुर्खी बनती रहती है लेकिन इस बार एक सरपंच के कारनामे ने बिहार के शराबबंदी को मजाक बना दिया है। मिली जानकारी के अनुसार दरभंगा से पटना आकर शराब की तस्करी करते एक सरपंच को पुलिस ने पकड़ा है। शराब तस्करी मामले में दरभंगा के सरपंच संघ के सचिव समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पटना के 90 फीट इलाके में पत्रकार नगर थाना पुलिस की गश्ती टीम को देख सरपंच और उसका साथी भागने लगे। दोनों कार पर सवार थे और कार काफी तेज गति में थी। पुलिस को शक हुआ कि कहीं ना कहीं दाल में काला है। फिर क्या था पटना बाइपास पर आगे सरपंच की कार और पीछे पुलिस की वैन पीछा कर रही थी।
आखिरकार पत्रकार नगर थाना पुलिस ने खदेड़कर दरभंगा के सरपंच और उसके एक साथी को धड़ दबोचा और कार को जब्त किया गया। जिसके बाद दोनों की निशानदेही पर कंकड़बाग थाना क्षेत्र के पोस्टल पार्क इलाके में छापेमारी की गयी। तो एक से भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद किया गया। 70 पीस 90 एमएल का विदेशी शराब और 9 पीस 750 एमएल का अंग्रेजी शराब बरामद किया गया है।
शराब जब्त होने के बाद दोनों शराब तस्करों को कंकड़बाग थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया। गिरफ्तार शराब तस्कर की पहचान दरभंगा कुशेश्वर स्थान प्रखंड के हिरनी पंचायत के सरपंच दयानंद प्रसाद और अमित कुमार के रूप में हुई है। जिस गाड़ी से दोनों जा रहे थे उस पर सचिव सरपंच संघ, कुश्वेश्वर स्थान का बोर्ड लगा हुआ था। फिलहाल दोनों से पूछताछ की जा रही है। शराब का हिसाब-किताब लिखा एक डायरी भी पुलिस ने बरामद किया है। जिसके आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।
इस बाबत पूछे जाने पर सरपंच संघ के प्रखंड अध्यक्ष इंद्रकांत पासवान ने बताया कि अगर वह में दोषी होंगे तो संघ उन पर जरूर कार्रवाई करेगा और संघ कानून के साथ रहेगा।
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