पैसे के अभाव में निजी अस्पताल में इलाजरत बच्चे को छोड़ गए माता-पिता, चाइल्डलाइन के पहल पर अस्पताल ने किया फीस माफ।
दरभंगा: शिव शारदा मेमोरियल हॉस्पिटल दोनार के डॉ. रविन्द्र मुखिया के द्वारा चाइल्ड लाइन के टॉल फ्री नंबर 1098 पर 20 दिसंबर को फोन करके एक इलाजरत नवजात शिशु के बारे में सूचना दी गई। सूचना के बाद चाइल्ड लाइन के परामर्शी सच्चिदानंद झा, पंकज कुमार चौधरी एवं शिवगंगा देवी ने उक्त हॉस्पिटल पहुंचकर वहां के मुख्य डॉ. रवि प्रकाश से मिले। उनके द्वारा जानकारी दी गई कि एक नवजात शिशु को उसके पिता, जो मधुबनी जिला के लौकही थाना क्षेत्र के छातापुर गांव के रहने वाले हैं, के द्वारा 19 नवंबर को शिव शारदा हॉस्पिटल में भर्ती करवाकर इलाज करवाया जाता रहा। 11 दिसंबर तक माता-पिता नवजात के पास रहकर इलाज करवाता रहा, लेकिन 12 दिसंबर को उसके माता-पिता नवजात शिशु को हॉस्पिटल में इलाजरत छोड़कर चुपके से अपने घर चले गए।
चाइल्ड लाइन केन्द्र समन्वयक अराधना कुमारी एवं वन स्टॉप सेंटर के केन्द्र प्रबंधक अज़्मतून निशा के द्वारा शिशु को देखा गया। चाइल्ड लाइन दरभंगा ने मधुबनी चाइल्ड लाइन को सूचना देकर शिशु के माता-पिता से संपर्क कर उन्हें शिशु के पास भेजने के लिए कहा गया। शिशु के माता पिता ने हॉस्पिटल का पैसा देने में असमर्थ बताया। सोमवार को माता अपने परिजन के साथ हॉस्पिटल पहुंचे। जहां डॉ. रवि प्रकाश द्वारा शिशु के इलाज में लगा पूरा खर्चा, हॉस्पिटल फ्री, दवा का पैसा जो कि करीब एक लाख से ऊपर था, को चाइल्ड लाइन दरभंगा के आग्रह पर माफ किया गया।
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