प्रति कुलपति ने एडवांस रिसर्च सेन्टर तथा केन्द्रीय पुस्तकालय का किया निरीक्षण।
दरभंगा: ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की प्रति कुलपति प्रोफेसर डॉली सिन्हा ने विश्वविद्यालय में नवनिर्मित एडवांस रिसर्च सेंटर में स्थापित लैंग्वेज लैब, ऑडियो- वीडियो लैब, दूरसंवेद प्रयोगशाला, एस्टेटिस्टिकल लैब, हाई कम्प्टेशनल लैब तथा केन्द्रीय पुस्तकालय में स्थापित ई- लाइब्रेरी, ब्रेल लाइब्रेरी तथा पिलिग्रीज्म आदि का गहन निरीक्षण कर अनेक आवश्यक निर्देश दिया।
इस अवसर पर एडवांस रिसर्च सेन्टर के प्रोफेसर इंचार्ज प्रो० सुरेन्द्र कुमार, लैंग्वेज लैब के कोऑर्डिनेटर प्रो ए के बच्चन, ऑडियो- वीडियो लैब के कोऑर्डिनेटर डॉ० आरएन चौरसिया, दूरसंवेदी प्रयोगशाला के कोऑर्डिनेटर डॉ० मनुराज शर्मा, स्टैटिसटिकल एनालिसिस लैब के कोऑर्डिनेटर डॉ० यादवेन्द्र सिंह, हाई कम्प्टेशनल लैब के कोऑर्डिनेटर प्रो पूजा अग्रवाल, केन्द्रीय पुस्तकालय के प्रोफेसर इंचार्ज प्रो दमन कुमार झा, भूगोल के विभागाध्यक्ष डॉ० संतोष कुमार, फॉरेन लैंग्वेज के डायरेक्टर प्रो पुनीता झा, डॉ० अनुरंजन, डॉ० रश्मि शिखा, डॉ०संकेत कुमार झा आदि सहित विश्वविद्यालय आईटी सेल के गणेश कुमार पासवान व मुकुंद माधव, एडवांस रिसर्च सेन्टर के केयरटेकर राम भरत चौहान व रिजवान आजाद तथा केन्द्रीय पुस्तकालय के कर्मी- रुद्रकांत झा, अविनाश कुमार साहनी, अरुण कुमार राम, ज्ञान प्रकाश, अशोक कुमार दास व रीता कुमारी आदि उपस्थित थे।
अपने संबोधन में प्रति कुलपति ने कहा कि नवनिर्मित एडवांस रिसर्च सेन्टर तथा केन्द्रीय पुस्तकालय में उपलब्ध सुविधाएं विद्यार्थियों, शोधार्थियों तथा शिक्षकों के लिए बहुत ही उपयोगी सिद्ध होगा। विश्वविद्यालय के शिक्षक एडवांस रिसर्च लैबों का भरपूर उपयोग कर अधिक से अधिक छात्रों को भी इन सुविधाओं की जानकारी देंगे, ताकि वे भी अत्यधिक लाभान्वित हो सकेंगे। उन्होंने परिसर में वाटर हार्वेस्टिंग व्यवस्था करने का सुझाव दिया।
प्रति कुलपति ने निरीक्षण कर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इनमें लगे हुए कंप्यूटर्स उच्च स्तरीय हैं जो काफी फास्ट भी हैं। इनमें सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं, फिर भी थोड़ा सॉफ्टवेयर और डालने की जरूरत होगी, ताकि इन्हें और भी उपयोगी बनाया जा सके। सभी लैब बहुत ही अच्छी तरह से बने हुए हैं, जिनका गेटअप भी बहुत अच्छा है। यह विश्वविद्यालय का बहुत अच्छा कार्य है, क्योंकि इस तरह का लैबोरेट्री इस क्षेत्र में नहीं है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 में स्नातक छात्रों के लिए भी शोध को जरूरी बनाया गया है। ये प्रयोगशालाएं स्नातक से लेकर शोध तक के छात्रों के लिए काफी उपयोगी होगा। उन्होंने कहा कि ऑडियो- वीडियो लैब में अच्छे व्याख्यानों को रिकॉर्ड कर यूट्यूब तथा अन्य माध्यमों से विश्वविद्यालय के छात्रों को निःशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। यह व्याख्यान विश्वविद्यालय में संग्रहित रहेंगे जो दूसरों के लिए भी उपयोगी होंगे।
एडवांस रिसर्च सेन्टर के प्रोफेसर इंचार्ज प्रो सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि प्रति कुलपति ने सभी लेबों के कोऑर्डिनेटरों से व्यक्तिगत रूप से बात कर आवश्यक निर्देश एवं बेहतरीन का जो सुझाव दिया है, उन्हें कुलपति महोदय से मिलकर जल्द पूरा किया जाएगा। प्रति कुलपति ने एडवांस रिसर्च सेन्टर का निरीक्षण करते हुए इसे मिथिला विश्वविद्यालय के लिए गौरव की बात बताया।
केन्द्रीय पुस्तकालय के प्रोफेसर इंचार्ज प्रो दमन कुमार झा ने बताया कि प्रति कुलपति ने इ- पुस्तकालय की विशेष जानकारी प्राप्त की तथा ब्रेल- लाइब्रेरी में छात्र कैसे लिखते हैं और कैसे पढ़ते व प्रिंट करते हैं, उसकी विशेष जानकारी प्राप्त की। उन्होंने पुस्तकालय की शांति व्यवस्था एवं साफ- सफाई पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए पुस्तकालय परिसर में वृक्षारोपण का सुझाव दिया। प्रो झा ने बताया कि इ-लाइब्रेरी में एक सौ कंप्यूटर लगाये गये हैं, जहां 200 सीटिंग अरेंजमेंट की व्यवस्था है। वहीं एक सौ छात्र पहले से ही बैठकर पुस्तकालय के रीडिंग रूम का उपयोग कर रहे हैं।
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