Home Featured अमेरिकी प्रोफेसर रॉब लिनरोथ ने दरभंगा के विभिन्न ऐतिहासिक धरोहरों का किया अध्यन।
March 17, 2024

अमेरिकी प्रोफेसर रॉब लिनरोथ ने दरभंगा के विभिन्न ऐतिहासिक धरोहरों का किया अध्यन।

दरभंगा: अमेरिका के इवान्स्टन स्थित नॉर्थ वेस्टर्न यूनिवर्सिटी में इतिहास विभाग के एमेरिटस प्रोफेसर रॉब लिनरोथ इन दिनों नवीनतम शोधों को लेकर बिहार के दौरे पर हैं। इसी क्रम में वे शनिवार को दरभंगा जिले के जाले प्रखंड स्थित पौराणिक महत्व के शिवालय गंगेश्वरस्थान पहुंचे थे। वहां उन्होंने शिवालय परिसर के सभी मंदिरों में प्रतिष्ठापित प्राचीन मूर्तियों का अध्ययन किया। इस मौके पर उनके सहयोगी दिल्ली विवि की शोध छात्रा सुष्मिता नंदन व ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के प्राचीन इतिहास विभाग के शोध छात्र मुरारी कुमार झा भी मौजूद थे।

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प्रो. रॉब लिनरोथ ने बताया कि यूजीसी केयर लिस्टेड शोध पत्रिका ‘मिथिला भारती’ में वर्ष 2018 से 2023 तक प्रकाशित हो चुके शोध आलेखों में जितने भी देवी-देवताओं की मूर्तियों की तस्वीरें अंकित या प्रकाशित की गयी हैं, उन सभी को देखने एवं उनके अध्ययन करने की योजना पर उन्होंने काम करना शुरू कर दिया है। इस क्रम में वे दरभंगा के अलावा मधुबनी व समस्तीपुर के अलावा मुजफ्फरपुर, सहरसा, मधेपुरा और सुपौल जिले की प्राचीन मूर्तियां को भी देखने जाएंगे। प्रो. रॉब पिछले 15 दिनों से बिहार के दौरे पर हैं। वे अब तक गया, नवादा भागलपुर, दरभंगा, विक्रमशिला व नालंदा स्थित संग्रहालयों में रखी प्रतिमाओं का अध्ययन कर चुके हैं। इसी क्रम में वे बेगूसराय संग्रहालय में ‘सूर्य उपासना की परंपरा’ पर आयोजित सेमिनार को भी संबोधित कर चुके हैं। इससे पूर्व वर्ष 2016 में प्रो. रॉब लिनरोथ ने मिथिला के कई मंदिरों में जाकर प्राचीन प्रतिमाओं का अध्ययन किया था। उन्होंने मिथिला की मूर्ति कला पर कई शोध ग्रंथ एवं शोध आलेख लिखे हैं। ‘मिथिला भारती’ शोध पत्रिका में 2017- 18 में इनका शोध आलेख प्रकाशित हो चुका है। 2016 में उन्होंने बेगूसराय के वीरपुर, मधुबनी के अंधराठाढ़ी, मुक्तेश्वरस्थान, भीठ भगवानपुर, भैरव बलिया, भोजपंडौल सहित कई मंदिरों में प्रतिष्ठापित प्राचीन मूर्तियों का अध्ययन किया था। उन्होंने पहली बार दावा किया था कि अंधराठाढ़ी के शिलालेख में उसके लेखक श्रीधर दास की मूर्ति अंकित है, जो मिथिला में कर्णाटवंशी राजा नान्यदेव के महामंत्री थे। गौरतलब है कि 2016-2017 में लिनरोथ को पूर्वी भारत में बिहार, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में 8वीं से 13वीं सदी की मूर्तिकला पर फील्डवर्क करने के लिए अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन स्टडीज से सीनियर फेलोशिप मिल चुका है।

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