समय सीमा खत्म होने के बाद भी नहीं पूरा हुआ एक और पुल, डाइवर्सन बहने से यातायात बाधित।
दरभंगा: दरभंगा में कार्यो के पूर्ण होने की समय सीमा शायद मजाक बनकर रह गया है। समय सीमा पूरा होने के बाद भी कोई भी योजना आधी भी पूरी नहीं होती। खासकर पुलों के निर्माण में तो इसी शत प्रतिशत अनदेखी का मामला लगभग पूरे जिले से सामने आ रहा है।
ताजा मामला जिले के बिरौल प्रखंड क्षेत्र का सामने आया है, जहां क्षेत्र से गुजर रही जीबछ नदी में अचानक जलस्तर में वृद्धि होने से दो प्रमुख सड़कों पर यातायात बाधित हो गया है। उक्त दोनों सड़कों पर निर्माणाधीन पुलों का अस्थायी बनाए गए डायवर्सन नदी की तेज धारा में बह गया है। इससे दो जिलों को जोड़ने वाली हाटी-पिपरा एवं सिसौनी-शंकर लोहार मुख्य सड़क पर आवागमन पूर्ण रूप से बाधित हो जाने से अनुमंडल मुख्यालय से सड़क सम्पर्क भंग हो गया है।
बताते चलें कि सिसौनी शंकर लोहार मुख्य सड़क पर जीबछ नदी के कोनी घाट पर पिछले दो वर्षों से पुल निर्माण कार्य चल रहा है। इस बीच आवागमन सुचारू रखने के लिए कार्य एजेन्सी की ओर से अस्थायी डायवर्सन का निर्माण कराया गया था। ग्रामीणों का कहना है कि संवेदक की लापरवाही से पुल निर्माण की समयसीमा 30 जून 2024 को समाप्त हो चुकी है। इसके बावजूद पुल का कार्य पूरा नहीं हो पाया है। इन्हीं समस्याओं से विगत वर्ष भी लोगों को जूझना पड़ा था। इसी प्रकार हाटी पिपरा सड़क के बीच जीबछ नदी के सपहा पुल का निर्माण छ माह से पुल निर्माण निगम लिमिटेड की देखरेख में किया जा रहा है। नवनिर्मित सड़क पर यातायात सुचारू रखने के लिए अस्थायी डायवर्सन का निर्माण किया गया था।
ग्रामीणों का कहना है कि संवेदक श्री राम कंस्ट्रक्शन की ओर से आनन-फानन में बनाया गया अस्थायी डायवर्सन नदी की तेज धारा में बह गया है। इससे क्षेत्र की आधी आबादी का आवागमन बाधित हो गया है।
डाइवर्सन के टूटने से बच्चों दोनों सड़कों पर दिनभर आवागमन बाधित रहने से क्षेत्र के लोगों को निर्माण एजेंसी के विरुद्ध आक्रोश व्याप्त हो गया है। दोनों पुल के निर्माण एजेंसी के कर्मी ने बताया कि यातायात सुचारू करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।
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