दरभंगा मंडल कारा को मिलेगा केन्द्रीय कारा का दर्जा, दो हजार कैदियों को रखने की होगी क्षमता।
दरभंगा: मंडल कारा दरभंगा को केन्द्रीय कारा का दर्जा मिलने की कार्रवाई चल रही है। इसके लिए भवन निर्माण के साथ ही साथ वार्ड और बैरक का निर्माण आदि योजना है। इसे पूर्ण कराने के लिए यहां आठ सेल को बढ़ाने की प्रक्रिया चल रही है। वर्तमान में साढे 5 सौ बंदियों को रखने की क्षमता है। यह बढ़ा कर दो हजार करने की योजना पर निर्माण कार्य चल रहा है।

यहां बंदियों का पढ़ाने और उसे हुनरमंद बनाने को लेकर सिलाई-कढ़ाई सहित अन्य पहलुओं पर प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। यहां स्मार्ट बंदी गृह वार्ड भी है। रेडियो, दुरदर्शन, टीवी आदि की व्यवस्था है। विभिन्न पर्व त्योहार को मनाने की योजना भी चलती रहती है। मगर कर्मियों की बात करें तो वह जरूरत के हिसाब से काफी कम है। यहां सहायक अधीक्षक का पद चार की जगह तीन है मगर वह संविदा पर हैं। एक रिक्त ही है। निम्न वर्गीय लिपिक के चार पद है, तीन से काम चलाया जा रहा है मगर वह संविदा के हैं। उच्च कक्ष पाल दस की जगह चार संविदा पर हैं।

कक्षपाल के 90 पद मगर 51 पद रिक्त है। सफाई कर्मी का पद दस मगर तीन ही संविदा पर हैं जबकि सात रिक्त है। रसोइया, नाई, भूतपूर्व सैनिक, वाहन चालक, प्रोग्रामर, कम्प्यूटर ऑपरेटर आदि के कुल पद 206 की जगह 128 पद रिक्त पड़े हैं। यहां साढे पांच सौ बंदी है, जिसमें 50 महिलाएं और एक उनके साथ बच्चा है। जेल अधीक्षक एस लता ने बताया कि व्यवस्था को लेकर पूछे जाने पर कहा कि कर्मी है कर्मियों की मगर सब व्यवस्थित है। सेन्ट्रल जेल का दर्जा दिए जाने पर निर्माण कार्य चल रहा है। यहां बंदियों को कई तरह से हुनरमंद बनाने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।

दुष्कर्म पीड़िता बच्चियों को न्याय दिलाने के लिए निकाला गया कैंडल मार्च।
दरभंगा: कुशेश्वरस्थान में छह वर्ष की बच्ची के साथ हुई दुष्कर्म की घटना और केवटी में तीन सा…