Home Featured वरीय अधिकारियों के गाड़ी में लगे बम्पर की तस्वीरें वायरल, MVI ने भी बताया नियम के विरुद्ध।
September 21, 2019

वरीय अधिकारियों के गाड़ी में लगे बम्पर की तस्वीरें वायरल, MVI ने भी बताया नियम के विरुद्ध।

दरभंगा: नियम कानून बनाने आैर उसका अनुपालन करने वाले लोग ही उसकी अवहेलना करें तो फिर आम लोगों से नियमों का पालन करने की उम्मीद करना तो बेइमानी होगी। कुछ ऐसा ही हाल है, जिला में मोटर व्हीकल अधिनियम का। जिसका खुले आम उल्लंघन प्रशासनिक महकमा के लोग ही कर रहे है। हालांकि ये लोगों पर नियम का पालन करने का दबाव बनाते है। लेकिन अपने प्रशासनिक अधिकारी खुद इसका नियम का अनुपालन करने का प्रयास नहीं करते है।
इस मुद्दे ने तूल तब पकड़ा जब जिले के वरीय अधिकारियों के बम्पर लगे तस्वीरों को भाकपा माले नेता देवेंद्र कुमार ने सोशल मीडिया में वायरल किया। हाल के दिनों में चालान का रेट कई गुना बढ़ जाने से इसे देखकर लोगों का आक्रोश भी सोशल मीडिया में देखने को मिल रहा है।
ज्ञात हो कि मिनस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट का आदेश है,कि चार पहिया वाहनों के आगे बंपर यानि बुलवार्स लगाना अवैध है। इसके लिए पत्र निर्गत कर सभी जिलों में राज्यों को अनुपालन करने को कहा गया है। इसकी जानकारी दरभंगा परिवहन विभाग को भी है। लेकिन इसका अनुपालन जिले में होता नहीं दिख रहा है। आम लोगों को गाड़ी में तो बंपर आसानी से देखा ही जाता है। जबकि बंपर का लगाना मोटर वाहन एक्ट 1988 के सेक्शन 52 का सीधा उल्लंघन है।
इसपर जब दरभंगा के मोटर वाहन निरीक्षक संजय कुमार से बात की गयी तो उन्होंने इसे अवैध बताया। श्री कुमार ने बताया कि सरकारी या निजी, किसी भी चार पहिया वाहन पर बम्पर नही लगाना है। पहले इसका जुर्माना तीन हजार था पर संशोधित अधिनियम के बाद इसका जुर्माना भी लगभग दस हजार रुपये है।

चार पहिया मैकनिक ने बताया कि वाहनों के आगे लगाए जाने वाले बंपर गार्ड न केवल दूसरे लोगों के लिए बल्कि भारी टक्कर होने पर गाड़ी में बैठे लोगों के लिए भी खतरनाक साबित होता है। ये बंपर गार्ड जिन दो प्वांइट पर लगाए जाते है। टक्कर के बाद बंपर लगने के बाद गाड़ी में लगे एयर बैग का सैंसर सही काम नही करता है और समय पर नहीं खुलने का चांस होता है। इसके अलावा छोटी- मोटी दुर्घटनाओं में भी गाड़ी के सामने आने वाले लोगों को इसके चलते चोट पहुंचने की आंशका बनी रहती है। जिले के प्रशासनिक व्यवस्था की निगरानी की जिम्मा देखने वाले आला अधिकारी ही अपनी सुरक्षा को लेकर गंभीर नही है।
अब सवाल यह उठता है कि जिनकी गाड़ियों की तस्वीरे वायरल हुई, क्या वे पदाधिकारी जुर्माना अदा कर बम्पर हटवाएंगे या फिर सब ठीक है तो इसका कोई नया निर्देशिका या नियम का हवाला सार्वजनिक करेंगे!

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