डीएमसीएच में पहली बार ऑर्थोपेडिक तकनीक से घुटने का हुआ सफल ऑपरेशन।
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दरभंगा: उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में पहली बार दूरबीन तकनीक के माध्यम से घुटनों का ऑपरेशन किया गया। यह ऑपरेशन सफल रहा। ऑर्थोपेडिक विभाग में हो रही घुटने की लाइव सर्जरी को लेकर एक वर्कशॉप और ऑर्थो मीट 2020 का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एच एन झा ने कहा कि ऑर्थोपेडिक के क्षेत्र में कई नई तकनीकों का इजात होने से मरीजों के इलाज में चमत्कार हो रहा है। आधुनिक उपकरणों से कई जटिल ऑपरेशन किए जा रहे हैं जो पूर्व में संभव नहीं लगते थे। यह खुशी की बात है कि डीएमसीएच में ऑर्थो मीट के दौरान पहली बार ऑर्थोपेडिक तकनीक से मरीज का ऑपरेशन किया जा रहा है। उम्मीद है कि ऑर्थोपेडिक विभाग में मरीजों को निकट भविष्य में ऑर्थोस्कोपी की सुविधा मिलने लगेगी। वे शुक्रवार को डीएमसीएच ऑर्थोपेडिक विभाग व मिथिलांचल ऑर्थोपेडिक क्लब की ओर से आयोजित दरभंगा ऑर्थो मीट-2020 का उद्घाटन करने के बाद चिकित्सकों को संबोधित कर रहे थे।
डीएमसीएच के ऑर्थोपेडिक विभाग में मीट के उद्घाटन समारोह के बाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के ऑर्थोपेडिकविभाग के अध्यक्ष डॉ. नैयर आसिफ व पटना के पारस अस्पताल के डॉ. अरविंद गुप्ता ने दो मरीजों के घुटनों का ऑपरेशन ऑर्थोस्कोपी विधि से की। बलभद्रपुर के विकास कुमार(32 वर्ष)के बाएं घुटने में चोट लग जाने से वे पिछले कई दिनों से दर्द से परेशान थे।
वहीं क्रिकेट खेलने के दौरान बेनीपुर के मोहम्मद अंसार(30) का दायां घुटना चोटिल हो गया था। डॉक्टरों ने उनके घुटने में छोटा सा छेड कर दूरबीन की मदद से दोनों मरीजों की ऑर्थोस्कोपी की। दोनों मरीजों का सफल ऑपरेशन होने से वे जल्द ही पूरी तरह स्वस्थ्य हो जाएंगे। ऑपरेशन थिएटर में चल रही ऑर्थोस्कोपी को सभागार में बैठे चिकित्सक व पीजी छात्रों को टीवी पर पूरी सर्जरी लाइव दिखायी गई। इससे चिकित्सकों को काफी लाभ पहुंचेगा।
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