बीडीओ के पद को छोड़कर रूपेंद्र बने महाविद्यालय के शिक्षक।
दरभंगा: घनश्यामपुर प्रखंड क्षेत्र के कोर्थु पूर्वी पंचायत के कोर्थु गाँव के निवासी महेश झा के पुत्र रूपेंद्र कुमार झा ने बिहार सरकार के अधीनस्थ ग्रामीण विकास पदाधिकारी के रूप में दे रहे सेवा को त्याग कर ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के नामचीन चंद्रधरी मिथिला कला महाविद्यालय के हिंदी विभाग में सहायक प्राचार्य के रूप में सोमवार को विधिवत योगदान देकर नई पारी आरंभ किया।रूपेंद्र कुमार झा दिल्ली विश्वविद्यालय के गोल्ड मेडलिस्ट रहे है, और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से हिंदी विषय से स्नातकोत्तर की डिग्री प्रप्त किया।साथ ही उन्होंने भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय से हिंदी विषय में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की।2013 में बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के बाद ग्रामीण विकास पदाधिकारी के रूप में उन्होंने मधुबनी के हरलाखी व झंझारपुर और सीतामढ़ी के परिहार प्रखंड में सेवा प्रदान करने बाद बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा ही सहायक प्राचार्य के चयन के लिये आयोजित परीक्षा में सफलता अर्जित करने के बाद उन्होंने इस नई सेवा क्षेत्र का चयन किया।इस मौके पर सीएम आर्ट कॉलेज के प्राचार्य डॉ मुश्ताक अहमद समेत सभी अधिकारियों ने उन्हें बधाई दी। रूपेंद्र कुमार झा ने कहा कि बचपन से ही उनकी प्रबल कामना थी कि शिक्षा के क्षेत्र में योगदान करें,जो स्वप्न आज पूरा हुआ।उनके परिजन इस मौके पर उनके साथ रहे।
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