फर्जी प्रमाण पत्र बनाने के आरोप में साइबर कैफे संचालक पर सीओ ने दिया कारवाई का आदेश।
दरभंगा: बिरौल प्रखंड क्षेत्र के रोहार गांव के साइबर कैफे संचालक को फर्जी प्रमाण-पत्र निर्गत करना महंगा पड़ गया। फर्जीवाड़ा की घटना को गंभीरता से लेते हुए सीओ ने संचालक के विरुद्ध कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
सीओ विमल कुमार कर्ण ने बताया कि रोहार गांव के कमलेश यादव के पुत्र आमोद यादव ने गांव में ही साईबर कैफे का संचालन कर ऑनलाइन आवेदन भरने के साथ फर्जी प्रमाण-पत्र निर्गत करता था। यह बात उस समय सामने आयी जब गांव के ही रामप्रकाश महतो की पुत्री चांदनी कुमारी ने कन्या विवाह योजना का लाभ लेने के लिए अंचल में आवेदन दिया था। आवेदन के साथ संलग्न आय प्रमाण पर 54 हजार रुपये आय अंकित रहने पर संदेहास्पद स्थिति मे जांच की गयी। जांच मे निर्गत प्रमाण-पत्र की ओआईटी नम्बर में पश्चिम चंपारण बेतिया जिला के मधूबन अंचल का प्रमाणपत्र पर स्थानीय बिरौल के सीओ एवं प्रमाणपत्र निर्गत प्रभारी के हस्ताक्षर का फर्जीवाड़ा कर प्रमाणपत्र निर्गत करने की बात सामने आयी जिसपर आवेदिका के पिता राम प्रकाश महतो से पूछताछ करने पर कैफे संचालक की ओर से निर्गत प्रमाण-पत्र बताया गया। सीओ ने बताया कि राजस्व अधिकारी को फर्जीवाड़ा करने के आरोप में साइबर कैफे संचालक के विरुद्ध न्यायिक कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है।
इधर, साइबर कैफे संचालक पर हुई कार्रवाई से क्षेत्र मे फर्जीवाड़ा करने वाले साइबर कैफे संचालकों में हड़कंप मच गया है।
दवा दुकानदार के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर किया सड़क जाम।
दरभंगा: सोमवार की रात मनिगाछी थाना क्षेत्र में हुए दवा दुकानदार की हत्या मामले में …