बुजुर्ग एवं बीमार कैदियों की पहचान के लिए चलाया गया अभियान।
दरभंगा: जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से उपकारा में आवासित बुजुर्ग बंदियों एवं गंभीर रुप से बीमार बंदियों की पहचान के लिए विशेष अभियान चलाया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव रंंजन देव ने कहा कि बुजुर्गों एवं गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को विशेष देखभाल की जरूरत होती है।
इसलिए ऐसे बंदियों को नि:शुल्क विधिक सेवा उपलब्ध कराने के लिए नालसा द्वारा विशेष अभियान चलाया गया है। इस अभियान को नालसा द्वारा मानवाधिकार दिवस के अवसर पर लांच किया गया है, जो 5 मार्च 2025 को समाप्त होगा। उन्होंने कहा कि इस विशेष अभियान के तहत 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के बंदियों एवं किसी भी उम्र के गंभीर रूप से बीमार बंदियों को नि:शुल्क विधिक सेवा उपलब्ध कराते हुए उन्हें संबंधित न्यायालय से जमानत अथवा रिहाई की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए आवेदन किया जाएगा।
न्यायालय द्वारा जो भी सुविधा दी जाएगी, उसके अनुरूप बंदियों को जेल से रिहा कर उनके परिवार को सुपुर्द किया जाएगा, ताकि उनका उचित देखभाल हो सके। इसके अलावा सचिव श्री देव ने मासिक निरीक्षण के तहत सभी वार्डों, चिकित्सालय, रसोईघर, जेल लीगल एड क्लिनिक आदि का निरीक्षण कर जरूरी दिशानिर्देश दिया। मौके पर पैनल अधिवक्ता मो. हैदर अली, सुधा रानी व अमोल कुमार झा, जेलर रत्नेश कुमार राय, जेल चिकित्सक डा. सलमान रजा, सहायक कुमार गौरव व मुन्ना दास, प्रदीप साफी आदि मौजूद थे।
जिलाधिकारी के जनता दरबार में 55 से अधिक मामलों की हुई सुनवाई।
दरभंगा: जिलाधिकारी राजीव रौशन ने अपने कार्यालय कक्ष में जनता के दरबार में परिवादियों से मु…