सामूहिक विवाह महोत्सव में चार जोड़े वर-वधु परिणय सूत्र में बंधे।
दरभंगा: बेटी के विवाह का बोझ अच्छे अच्छे परिवार को भी चिंता में ला देता है। इसमें होने वाले खर्च और दान दहेज की चिंता में कई वर्ष पूर्व से तैयारी के वावजूद अक्सर कर्ज का भी बोझ चढ़ जाया करता है। इन्ही सब झंझटों को खत्म करने केलिए अखिल भारतीय हिंदू जागरण सेवा समिति के द्वारा सामूहिक विवाह की सराहनीय सामाजिक पहल की गई है। इसी के तहत शहर के बुधवार को नगर भवन में सामूहिक विवाह महोत्सव का आयोजन किया गया। समाज के प्रबुद्ध लोगों की उपस्थिति में चार जोड़े वर-वधु परिण्य सूत्र में बंध गये। लोगों ने आयोजन की सराहना की। समिति के सदस्यों ने बारात की खूब खातिरदारी की।
इस सामूहिक विवाह में डिलाही के चांदी कुमारी व डगरौल के सुनील कुमार विवाह बंधन में बंध गये। फुनौरा के दिव्या राज और नाका पांच के रौशन बाड़ी, बेंता की चंदा कुमारी मधुबनी के कृष्ण मोहन पंजियार के साथ तथा सिंघिया के किरण कुमारी पैगम्बरपुर केवटी के सोनू कुमार के साथ विवाह के बंधन में बंध गये। समिति के संस्थापक पूर्व विधायक अमरनाथ गामी ने कहा कि सामूहिक विवाह समाज हित में एक सार्थक सोच व अंगद कदम है। इसके प्रभाव व समाज हित में लाभ बड़े दूरगामी हैं। किसी कमजोर, जरूरतमंद या असहाय परिवार की कन्या का विवाह करानें से बढ़कर कोई अन्य पुनीत कार्य नहीं है। समय की बर्बादी, दान-दहेज व फिजूलखर्ची जैसी कुरीतियों से भी समाज को मुक्ति मिल सकती है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि समाज का बड़ा वर्ग भी इसमें सम्मिलित हो, ताकि कोई भी जरूरतमंद व कमजोर परिवार अपनी नजरों में हीन भाव महसूस न करे। बारात के आगमन पर पुष्प वर्षा के बीच समिति की महिला सदस्य ने बारातियों को तिलक लगाकर स्वागत किया। हनुमान जी की सामूहिक पूजा, हनुमान चालिसा पाठ व आरती के बाद विपिन मिश्रा का शंखवादन हुआ। इसके बाद वर-वधु की जयमाला का आयोजन किया गया। गीत-संगीत के बीच धूमधाम से विवाह संपन्न होने के बाद भोजन परोसा गया। समिति सदस्यों एवं उपस्थित गणमान्यों ने वर-वधु को सुखमय जीवन का आशीर्वाद देकर विदा किया।
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