राज्यकर्मी के दर्जा की मांग को लेकर सड़क पर उतरे शिक्षक।
दरभंगा: शिक्षक संघ के राज्य सचिव मंडल के निर्णयानुसार शनिवार को शहर में प्रमंडल स्तरीय प्रतिरोध मार्च निकाला गया। एमएल एकेडमी चौक से आयुक्त कार्यालय तक हजारों की संख्या में माध्यमिक शिक्षकों ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन कर अपनी मांगों का समर्थन किया।
प्रमंडल सचिव समीर अभिषेक ने कहा कि बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल के साथ नई नियमावली की विसंगतियों के संबंध में वार्ता के लिए सरकार से समय का इंतजार होता रहा, लेकिन सरकार के स्तर पर वार्ता का समय निर्धारित नहीं किया गया है। किसी भी समस्या का समाधान वार्ता से ही होता रहा है। संघ के राज्य सचिव मंडल के निर्णयानुसार एक मई को प्रतिरोध दिवस मनाया गया था, लेकिन सरकार ने संघ के वार्ता प्रस्ताव पर किसी भी तरह का निर्णय नहीं लिया। पुन आज राज्य सचिव मंडल के निर्णयानुसार 20 मई को सूबे के प्रत्येक प्रमंडल मुख्यालय में प्रतिरोध दिवस मनाया जा रहा है। हम लोगों की मांग है कि पूर्व से कार्यरत सभी शिक्षकों को सेवा अनुभव आधार पर राज्यकर्मी घोषित किया जाय। वे सभी शिक्षक पात्रता एवं दक्षता परीक्षा उत्तीर्ण हैं। इसलिए किसी दूसरी परीक्षा की जरूरत नहीं है।
प्रमंडलीय अध्यक्ष ने कहा इस नियमावली में शिक्षकों को जीवनभर बिना प्रोन्नति काम करना होगा। अभी भी अपमानजनक बेतनमान के वावजूद 17 वर्ष तक बिना प्रोन्नति के शिक्षा में गुणात्मक विकास कर रहे हैं। उतने दिनों के बाद सरकार को यह विश्वास है कि जो आयोग की परीक्षा देगा वही गुणात्मक विकास करेगा। यह सोच हास्यासपद है। उक्त दिशा में सकारात्मक पहल करते हुए शीघ्र वार्ता का समय निर्धारित किया जाय एवं बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाय।
मौके पर जिला सचिव मधुबनी शंभू कुमार झा, अध्यक्ष फैजान अहमद, कोषाध्यक्ष संजीव नयन झा, दरभंगा के जिला सचिव श्रवण नारायण चौधरी, डॉ. सत्येंद्र कुमार सिंह, निलेश कुमार, मनोज कुमार राय, राज्य उपाध्यक्ष सुरेश प्रसाद राय, प्रमंडल कार्यकारिणी अनूप कुमार झा आदि थे।
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