Home Featured पोलो मैदान में देर रात तक मिथिला के गीत-संगीत एवं संस्कृति की बहती रही रसधार।
February 24, 2024

पोलो मैदान में देर रात तक मिथिला के गीत-संगीत एवं संस्कृति की बहती रही रसधार।

दरभंगा: दरभंगा महोत्सव के पांचवें संस्करण का शनिवार को सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ समापन हो गया। लहेरियासराय स्थित पोलो मैदान में मिथिला के गीत-संगीत व संस्कृति की रसधार बहती रही। देर शाम तक कार्यक्रम में लोगों की भीड़ जुटी रही।

Advertisement

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ब्लडमैन और कौन बनेगा करोड़पति टीवी शो के विजेता मुकेश हिसारिया ने कहा कि दरभंगा महोत्सव पारंपरिक, शास्त्रत्त्ीय और लोकप्रिय कला रूपों को एक छत के नीचे देखने का अवसर प्रदान करता है। एडीएम अनिल कुमार ने कहा कि दरभंगा महोत्सव की सराहना करते हुए कहा कि युवाओं के बीच सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन कर मिथिला के परंपरा रूपी लोक कलाओं को अधिक से अधिक लोगों के बीच पहुंचाने का प्रयास हो रहा है। उदय शंकर चौधरी ने कहा कि मिथिला की संस्कृति परम आनंद की अनुभूति कराती है और मिथिला अपनी संस्कृति के लिए पूरे विश्व पटल पर अपनी पहचान बना चुकी है। कार्यक्रम के शुरुआत गायक गौरव झा ने गोसाउनिक गीत से की। दरभंगा महोत्सव के गीत सुंदर हमर अतित हम दरभंगा छि पर नटराज डांस एकेडमी के बच्चों ने शानदार लोक नृत्य प्रस्तुत किया। गायक आयुष्मान शेखर ने मिथिला हमर शान छि गाकर खूब तालियां बटोरी। विकाश झा, रचना झा,पूनम मिश्रा, जूली झा, शिवानी झा, निखिल महादेव, प्रणव मिश्रा, मौसम चौधरी, आकांक्षा चौधरी, सुमित झा सहित दर्जनों कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से शमां बांध दिया।

Advertisement

कार्यक्रम संयोजक अभिषेक झा ने सभी आगत कलाकारों का पाग, चादर और स्मृति चिन्ह से सम्मानित करते हुए कहा कि मिथिला के कलाकारों का यह जुटान मिथिला के सांस्कृतिक परिदृश्य को सशक्त करती है।

कार्यक्रम का संचालन गीतकार राधे भाई ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. सीएस झा ने किया।

Share

Check Also

दरभंगा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एवं पोस्टल ट्रेनिंग सेंटर के बीच हुआ ऐतिहासिक समझौता।

दरभंगा: दरभंगा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एवं पोस्टल ट्रेनिंग सेंटर दरभंगा के बीच एक ऐतिहासिक सम…