Home Featured मशरूम प्रशिक्षण में दरभंगा जिला के विभिन्न क्षेत्रों के गरीब, दलित, पिछड़े युवा एवं महिलाएं ले रहे हैं भाग : डॉ० चौरसिया।
December 25, 2023

मशरूम प्रशिक्षण में दरभंगा जिला के विभिन्न क्षेत्रों के गरीब, दलित, पिछड़े युवा एवं महिलाएं ले रहे हैं भाग : डॉ० चौरसिया।

दरभंगा: ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा सेण्ट- आरसेटी, दरभंगा के तत्वावधान में स्थानीय बेलादुल्ला, वार्ड नंबर 3 में 21 से 30 दिसंबर, 2023 के बीच संचालित 10 दिवसीय मशरूम प्रशिक्षण शिविर के पांचवें दिन मास्टर ट्रेनर प्रतिभा झा ने प्रतिभागियों को गेहूं- भूसा को उपचारित करने तथा 70% तक नमी सूखने के तौर- तरीकों की प्रायोगिक तौर पर विस्तार से जानकारी दी। मशरूम- बैग तैयार करने में बरती जाने वाली सावधानियों, यथा भूसा में नमी का प्रतिशत, बीज की मात्रा तथा मसरूम निकलने हेतु बैग में छिद्र, मशरुम- कक्ष तथा बैग को रस्सी में टांगने आदि क्रियाओं को कराकर व्यावहारिक जानकारी दिया। उन्होंने बताया कि मशरूम उत्पादन एवं व्यापार स्वरोजगार, आत्मनिर्भरता, आत्मसम्मान तथा आर्थिक उपार्जन का महत्वपूर्ण माध्यम बनता जा रहा है। इसे गरीब से गरीब व्यक्ति, महिला या युवा- युवती कम जगह, कम पूंजी तथा कम मेहनत में कहीं भी कर सकते हैं।

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विशिष्ट वक्ता के रूप में विज्ञान- शिक्षिका डा अंजू कुमारी ने बताया कि मशरूम से सब्जी, पकौड़ी, समोसा, अचार, पापड़, पाउडर, सूप, मुरब्बा, बिस्किट, नूडल्स, चॉकलेट, कैंडी, चिप्स तथा कैचअप आदि तैयार किए जाते हैं, जिनकी बाजार में काफी मांगें बढ़ रही हैं। मशरूम हमारी रोग प्रतिरोध क्षमता को मजबूती प्रदान करता है तथा हमें कई बीमारियों से बचाता भी है। इसमें प्रोटीन, विटामिन- बी एवं डी, सेलेनियम, जिंक, मैग्नीशियम पोटेशियम और फाइबर आदि काफी मात्रा में पाया जाता है।

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आज के प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ करते हुए संयोजक डा आर एन चौरसिया ने कहा कि इस मशरूम- प्रशिक्षण शिविर में दरभंगा जिला के विभिन्न क्षेत्रों के विशेष रूप से गरीब, दलित एवं पिछड़े युवा एवं महिलाएं भाग ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि सेंट- आरसेटी, दरभंगा द्वारा आयोजित यह प्रशिक्षण पूर्णता निःशुल्क है, जिसके प्रमाण पत्र से सरकार द्वारा ऋण लेकर कोई भी व्यक्ति स्वरोजगार कर सकते हैं। इसके प्रमाण पत्र भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा बेंगलुरु से जारी किया जाता है। विशेष रूप से गरीबों, पिछड़ों दलितों, युवाओं तथा महिलाओं को सरकार द्वारा स्वरोजगार की विशेष सुविधाएं दी जाती हैं। मशरूम उत्पादन बिहार के लिए तेजी से उभरता हुआ क्षेत्र है, जिसमें रोजी- रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। यह प्रशिक्षण मशरूम उत्पादन एवं व्यापार जागरूकता का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

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