एम्स केलिए धरना-प्रदर्शन के बजाय दिल्ली जाकर केंद्र सरकार से एनओसी लेकर आएं भाजपा नेता: संजय झा।
देखिये वीडियो भी👆
दरभंगा: दरभंगा एम्स निर्माण को लेकर बिहार में सियासत जारी है। शोभन में एम्स निर्माण को लेकर दरभंगा के सांसद गोपालजी ठाकुर द्वारा अनशन की घोषणा पर मंत्री संजय झा ने इसे भ्रम फैलाने की राजनीति कहा है। उन्होंने कहा कि जब राज्य सरकार ने स्वयं उक्त स्थल का प्रस्ताव दिया है तो फिर उसी स्थल पर एम्स निर्माण की मांग को लेकर धरना एवं अनशन का भला औचित्य क्या है!
सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने जदयू कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए कहा कि बिहार सरकार द्वारा शोभन-एकमी बाईपास के निकट नि:शुल्क आवंटित भूमि पर एम्स निर्माण के संबंध में केंद्र से सकारात्मक उत्तर मिलते ही उसमें मिट्टी भराई का काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा के कुछ लोग यह कह कर भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं कि केंद्र सरकार शोभन में आवंटित जमीन पर एम्स निर्माण के लिए तैयार है। ऐसे लोगों को धरना-प्रदर्शन की राजनीति करने की बजाय दिल्ली जाकर केंद्र सरकार से इस आशय का पत्र ले आना चाहिए या बिहार सरकार को भिजवाना चाहिए।
संजय कुमार झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दरभंगा में एम्स निर्माण के लिए शोभन-एकमी बाईपास के निकट चिह्नित भूमि के एक-एक पहलू का खुद स्थल पर जाकर मुआयना करने और गहन समीक्षा के बाद ही उसकी स्वीकृति दी है। बिहार सरकार मुफ्त जमीन देने के साथ-साथ उसमें मिट्टी भराई, समतलीकरण तथा चहारदीवारी निर्माण के लिए 309 करोड़ से अधिक रुपये कैबिनेट से मंजूर कर कार्य का टेंडर जारी कर चुकी है। दिल्ली से आई केंद्र की टीम ने आवंटित जमीन का मुआयना करने के बाद वहां पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि जमीन एम्स के लिए उपयुक्त है। लेकिन, बाद में पता नहीं क्या हुआ कि केंद्र सरकार ने दरभंगा में आवंटित भूमि को अनुपयुक्त बताते हुए वहां एम्स का निर्माण कराने से मुकर गई। केंद्र सरकार जैसे ही उस भूमि पर एम्स निर्माण की सहमति देगी, उसके तत्काल बाद बिहार सरकार मिट्टी भराई का काम शुरू करा देगी। दरभंगा में एम्स बनेगा तो इससे केवल दरभंगा के लोगों को लाभ नहीं होगा, संपूर्ण मिथिला और संपूर्ण उत्तर बिहार के साथ-साथ नेपाल तक से लोग वहां आकर इलाज करवाएंगे। इसलिए भाजपा के लोगों को जनहित के इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर ओछी राजनीति नहीं करनी चाहिए।
मंत्री संजय कुमार झा ने संपूर्ण मिथिलावासियों की तरफ से केंद्र सरकार से पुन: अनुरोध किया कि बिहार सरकार द्वारा शोभन-एकमी बाईपास के निकट नि:शुल्क आवंटित 151.17 एकड़ जमीन पर एम्स के निर्माण की सहमति दें। केंद्र सरकार की सहमति मिलते ही वहां मिट्टी भराई का काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा में और बाहर भी बार-बार कह चुके हैं कि वहां मिट्टी भराई और हाईवे से फोरलेन कनेक्टिविटी देने सहित उस जमीन के विकास के लिए जो भी करना होगा, राज्य सरकार अपने संसाधनों से करवा देगी। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में कैबिनेट ने उस जमीन पर मिट्टी भराई, समतलीकरण और चहारदीवारी निर्माण के लिए 309 करोड़ रुपये की मंजूरी पहले ही दे दी है। इस कार्य के लिए जल संसाधन विभाग, बिहार ने खिरोई नदी की तलहटी और बागमती नदी के हनुमाननगर से जटमलपुर तक के इलाके से मिट्टी मुफ्त देने की सहमति भी दे दी है।
उनसे पूछे गए सवाल कि पहले राज्य सरकार जमीन तैयार करके दे, फिर सहमति केलिए बात करेंगे, इस पर मंत्री श्री झा ने कहा कि 309 करोड़ रुपये जनता का पैसा है। उसे ऐसे ही नही लगा देंगे। केवल भाजपा के किसी नेता के कहने पर मिट्टी भराई नहीं करा सकते। मिट्टी भराने के बाद कल को यदि सहमति नहीं मिला तो फिर इतनी बड़ी राशि बर्बाद नहीं कर सकते। इसलिए पहले सहमति दिला दें, फिर राज्य सरकार तुरन्त कार्य शुरू करवा देगी।
चोरी के चार लाख से अधिक कैश के साथ, अंतरराज्यीय गिरोह के सात गिरफ्तार।
दरभंगा: जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में हो रहे चोरी एवं गृहभेदन की घटना पर रोकथाम के लि…