दरभंगा एम्स को लेकर एमएसयू ने किया आमरण अनशन का ऐलान।
दरभंगा: दरभंगा एम्स को लेकर मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने अब आरपार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है। इसको लेकर एमएसयू द्वारा 11 सितंबर से आमरण अनशन की घोषणा भी कर दी गयी है।
रविवार को आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान एमएसयू के नेताओं ने दरभंगा एम्स को लटकाने को लेकर केंद्र एवं राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया। मिथिलावादी नेता अविनाश भारद्वाज ने कहा कि दरभंगा एम्स को लेकर आम जनता में त्राहिमाम की स्थिति है। सरकारें अकर्मण्यता को दिखाते हुए आरोप-प्रत्यारोप का खेल खेल रही हैं। लाखों की संख्या में मिथिलावासी स्वास्थ्य सेवा के लिए लगातार पलायन कर रहे हैं। जमीन-गहने बेचकर इलाज करवा रहे हैं। वर्तमान सत्ता मिथिला विरोधी है। जिसे मिथिला में व्याप्त कुव्यवस्था ,गरीबी ,कुपोषण व अविकसित उद्योग धंधों से कोई मतलब नही है। सरकारें सत्ता बचाने एवं हस्तांतरण में व्यस्त हैं। दरभंगा एम्स केंद्र सरकार और राज्य सरकार की राजनीतिक खींचतान की वजह से नहीं हो पा रहा है।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रणधीर झा ने कहा कि सरकार का इरादा स्पष्ट नहीं है। केंद्र सरकार को लगता है कि यहां एम्स बना तो इसका श्रेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ले जाएंगे । यह साफ हो गया है 2024 के लोकसभा चुनाव से पूर्व एम्स निर्माण के नाम पर केवल राजनीति ही होती रहेगी।
प्रेस वार्ता में मिथिलावादी नेता विद्या भूषण राय, महासचिव प्रियरंजन पांडेय , उदय नारायण झा , नवीन सहनी, सुमित माउबहटिया , कृष्ण मोहन आदि भी मौजूद थे।
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