प्रख्यात चिकित्सक डॉ अब्दुल वहाब के जीवनी पर आधारित पुस्तक का हुआ विमोचन।
दरभंगा: अपने समय के प्रख्यात चिकित्सक डॉ अब्दुल वहाब के जीवनी (आत्मकथा) पर आधारित पुस्तक का विमोचन रविवार को हुआ। मिल्लत कॉलेज के बगल में स्थित भवन में समारोह आयोजित कर सोज-साज-हयात पुस्तक का विमोचन किया गया। समारोह में वक्ताओं ने प्रख्यात चिकित्सक व समाजसेवी डॉ अब्दुल वहाब के जीवन की उपलब्धियों व उन पर आधारित इस विमोचित पुस्तक के विषय में विस्तार से चर्चा की।
समारोह की अध्यक्षता पूर्व एडीएम नियाज अहमद ने की। मौके पर पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री व जदयू नेता मो. अली अशरफ फातमी ने कहा कि जो अपने जीवन में अच्छा काम करते हैं, जमाना उन्हें सदियों तक याद रखता है। डॉ अब्दुल वहाब ने अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा समाज के उत्थान में लगाया। गरीबों की मदद के लिए वह हमेशा आगे रहते थे। बहुत ही खामोशी के साथ वह लोगों की मदद किया करते थे। उन्होंने वर्तमान समय में शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बेहतर शिक्षा से ही हम अपना व समाज का भविष्य अच्छा कर सकते हैं।
वहीं सूबे के पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दिकी ने कहा कि समाज में बेहतर कार्य करने वाला कोई व्यक्ति नहीं रहे तो उनके बताये गये रास्तों पर चलने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आज कंपीटिशन का युग है, बच्चों को दुगुना मेहनत करने की आवश्यकता है। साथ ही अभिभावक को अपने बच्चों को आगे बढ़ाने की जरुरत है। उन्होंने डॉ अब्दुल वहाब के परिवार के सदस्यों से डॉ अब्दुल वहाब फाउंडेशन को आगे बढ़ाने के लिए कहा।
इसके अलावा शिकागो से आयी डॉ अब्दुल वहाब की पुत्री आलिमा निखत हैदर ने समारोह में डॉ वहाब की जिंदगी पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि बच्चों के जीवन को आगे बढ़ाने में उनके मांता-पिता का बहुत बड़ा योगदान रहता है। समारोह के अंत में डॉ अब्दुल वहाब के पुत्र डॉ अहमद नसीम आरजू ने मेहमानों का आभार व्यक्त किया। मंच संचालन अम्मार यासिर ने की।
मौके पर पूर्व विधायक डॉ फराज फातमी, प्रो. शाकिर खलीक, मौलाना अरशद सेराज मक्की, अहमद रजा, नजीर अहमद, असलम बदर आदि ने अपने विचार व्यक्त किये ।
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