Home Featured मुख्यमंत्री ने किया डीएमसीएच के सर्जिकल भवन का उद्घाटन, एम्स को लेकर भी स्थिति को किया स्पष्ट।
November 27, 2023

मुख्यमंत्री ने किया डीएमसीएच के सर्जिकल भवन का उद्घाटन, एम्स को लेकर भी स्थिति को किया स्पष्ट।

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दरभंगा: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सोमवार को दरभंगा पहुंचकर उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल डीएमसीएच के सर्जिकल भवन का उद्घाटन किया।

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उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल DMCH में 2742.04 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्विकास का काम होगा। हर साल 250 छात्र-छात्राओं को नामांकन होगा। CM ने शैक्षणिक भवन, 2100 बेड के अस्पताल, राजकीय महारानी रामेश्वरी भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान मोहनपुर दरभंगा के निर्माण का शिलान्यास किया। वहीं194.08 करोड़ की लागत से 400 बेड के सर्जिकल ब्लॉक सहित अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन और शिल्यानस कर नवनिर्मित सर्जिकल भवन का निरीक्षण किया।

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वही निरीक्षण के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दरभंगा एम्स के मुद्दे पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि शोभन में ही एम्स बनेगा। शोभन में एम्स बनने से इस शहर का ज्यादा विस्तार हो जाएगा। अभी केंद्र की तरफ से निर्देश आया है कि प्रस्तावित स्थल की जमीन को ऊंचा किया जाए। यह कार्य करवाया जा रहा है। साथ ही शोभन बाईपास को फोर लाइन बनवा रहे हैं। यह जगह इतना अच्छा बनेगा की दरभंगा शहर का विस्तार हो जाएगा। चारों तरफ से लोग यहां इलाज करने के लिए आएंगे।

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इस दौरान उन्होंने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की तरफ देखते हुए कहा कि वे लोग एग्री कर गए हैं। जिस पर तेजस्वी ने भी सर हिलाकर हामी भरी।

बताते चलें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा 2742.04 करोड़ रुपये की लागत से दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पताल, दरभंगा के पुनर्विकसित करने की योजनान्तर्गत प्रतिवर्ष 250 नामांकन के शैक्षणिक भवन 2100 बेड के अस्पताल और राजकीय महारानी रामेश्वरी भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान मोहनपुर दरभंगा के निर्माण का शिलान्यास और 194.08 करोड़ की लागत से 400 बेड के सर्जिकल ब्लॉक सहित विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया।

इस सर्जरी बिल्डिंग के निर्माण को लेकर टेंडर की प्रक्रिया 2017 में पूरी की गयी थी। दो साल बाद दिसंबर 2019 में जमीनी स्तर पर काम शुरू किया गया था। जिसे 30 माह बाद यानी की जून 2022 में पूरा कर लेना था, लेकिन कोरोना के कारण देरी को देखते हुए इसके निर्माण की अवधि को 10 माह के लिए और एक्सटेंशन कर दिया गया था। इस भवन का निर्माण का काम BMSICL के माध्यम से हो रहा है। इस भवन में इलाज शुरू हो जाने से उत्तर बिहार सहित पड़ोसी देश नेपाल के मरीजों को काफी लाभ मिलेगा।

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