दरभंगा में किराया आसमान में उड़ता है और विमान जमीन पर कोहरा छंटने का इंतजार करता है: संजय झा।
दरभंगा: दरभंगा एयरपोर्ट की कुव्यवस्थाओं और आसमान छूते किराए का खामियाजा आम यात्रियों को भुगतना पड़ ही रहा था। अब नाईट लैंडिंग सिस्टम नहीं रहने के कारण इस वर्ष भी कुहासा बढ़ते ही फ्लाइटें रद्द होने लगी है। आमलोगों में इसे लेकर काफी गुस्सा देखा जा रहा है।
इसी को लेकर बिहार के जल संसाधन व पीआरडी मंत्री संजय झा ने बुधवार को सोशल मीडिया के माध्यम आक्रोश व्यक्त करते हुए तंज कंसा है। उन्होंने कहा है कि यह दरभंगा एयरपोर्ट है। यहां किराया आसमान में उड़ता है और विमान जमीन पर कोहरा छंटने का इंतजार करते हैं।
अपने वाल पर किये गए पोस्ट में मंत्री श्री झा ने कहा है कि मैंने तीन अक्टूबर 2022 को नई दिल्ली में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से मुलाकात कर उन्हें बताया था कि दरभंगा एयरपोर्ट पर नाइट लैंडिंग फैसिलिटी की स्थापना और सिविल इन्क्लेव के निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। साथ ही अनुरोध किया कि इन सुविधाओं के लिए टेंडर प्रक्रिया एवं अन्य तैयारियां अविलंब शुरू कराएं, ताकि राज्य सरकार द्वारा अधिग्रहीत जमीन के हस्तांतरण के बाद निर्माण कार्य में विलंब न हो।
मंत्री ने पोस्ट में लिखा है कि राज्य सरकार ने 342 करोड़ रुपये से अधिक खर्च कर अधिग्रहीत करीब 78 एकड़ जमीन दो किस्तों में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को महीनों पहले सौंप दी है। हम लोगों को उम्मीद थी कि कम से कम नाइट लैंडिंग फैसिलिटी की स्थापना वर्ष 2023 में कोहरे का सीजन शुरू होने से पहले कर दी जाएगी, लेकिन दरभंगा एयरपोर्ट से यात्रा करने वाले हवाई यात्रियों पर कोहरे का कहर वर्ष 2024 में भी जारी है। आखिर कब तक?
बता दें कि दरभंगा एयरपोर्ट पर अब तक नाइट लैंडिंग फैसिलिटी की सुविधा उपलब्ध नहीं करायी जा सकी है।
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