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June 20, 2024

मांगों को लेकर एम्बुलेंस चालकों ने किया हड़ताल, परेशान दिखे मरीजों के परिजन।

दरभंगा: सरकार अस्पतालों में एम्बुलेंस चालकों के हड़ताल पर चले जाने के कारण मरीजों के लिए समस्या खड़ी हो गई है। मनीगाछी संवाददाता के अनुसार हड़ताल के कारण सर्पदंश से पीड़ित गंभीर मरीज को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। ज्ञात हो कि पीएचसी में चिकित्सा कराने वाले गंभीर मरीजों को विशेष चिकित्सा के लिए डीएमसीएच रेफर किया जाता है। इसके लिए पीएचसी में दो एवं रेफरल में एक एंबुलेंस है। इन एंबुलेंसों से घटना-दुर्घटना या अन्य गंभीर मरीज को तत्काल रेफर कर डीएमसीएच भेजा जाता है, लेकिन सर्पदंश से पीड़ित बघांत गांव के संतोष कुमार पासवान की पत्नी सोनी देवी (30) को प्राथमिक उपचार के बाद डीएमसीएच भेजना आवश्यक था, लेकिन एम्बुलेंस कर्मी की हड़ताल पर चले जाने के कारण मरीज के परिजनों को काफी मशक्कत के बावजूद तत्काल कोई गाड़ी नहीं मिलने पर थक-हारकर कर परिजन बाईक से ही डीएमसीएच या अन्य जगह बेहतर उपचार के लिए मरीज को ले गए। दूसरी ओर रेफरल के स्वास्थ्य प्रबंधक मुजफ्फर निशां ने बताया कि अभी तक वैसा कोई गंभीर मरीज नहीं आया है। गंभीर मरीजों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। वहीं जाले संवाददाता के अनुसार एंबुलेंस कर्मी के हड़ताल पर चले जाने से गंभीर रोगियों को त्वरित चिकित्सा को लेकर गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। प्रखंड मुख्यालय के जाले रेफरल अस्पताल में तैनात तीन और कमतौल एपीएचसी में तैनात एक एंबुलेंस वाहन के चालक और ईएमटी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। सभी एंबुलेंस वाहन कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से अब यहां से रेफर होने वाले मरीजों को ऊंची कीमत अदा कर निजी वाहन से ईलाज को लेकर जिला मुख्यालय के चिकित्सक एवं डीएमसीएच जाने की मजबूरी हैं। बताते चले कि एंबुलेंस वाहन कर्मी अपने तीन माह के वेतन के बकाए के भुगतान, न्यूनतम वेतन 8 घंटे के बदले 12 घंटे ड्यूटी एवं एंबुलेंस संचालक कंपनी के द्वारा पीएफ की राशि में अपना अंशदान नहीं देने से नाराज होकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए हैं। वहीं कुशेश्वरस्थान संवाददाता के अनुसार सरकारी एम्बुलेंस 102 के चालकों के हड़ताल पर चले जाने से गंभीर मरीजों को सीएचसी से डीएमसीएच जाने में परेशानी होने लगी है। हड़ताल के पहले ही दिन गुरुवार को गंभीर रूप से बिमार कुशेश्वरस्थान निवासी वैद्यनाथ साह (60 वर्ष) एवं सगरदीना निवासी दिपक राय की पुत्री सिवानी कुमारी को सीएचसी में प्राथमिकी उपचार के बाद डीएमसीएच रेफर किया गया। जहां सिवानी के पिता भाड़े के एम्बुलेंस से डीएमसीएच चले गए। वहीं वैद्यनाथ साह अभी भी सीएचसी में ईलाजरत हैं। चिकित्सक पदाधिकारी डॉ. भगवान दास ने बताया कि प्रत्येक दिन 8-10 मरीजों को यहां से डीएमसीएच भेजा जाता था, लेकिन चालक के हड़ताल पर चले जाने से रेफर करने वाले मरीजों की परेशानी बढ़ गई है।

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