चंद्रगुप्त साहित्य महोत्सव का राज्यपाल ने किया उद्घाटन, तीन दिनों तक चलेगा कार्यक्रम।
दरभंगा: कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय में चंद्रगुप्त साहित्य महोत्सव का उद्घाटन शुक्रवार सुबह 11:10 पर बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने किया। आज से 3 दिनों तक चंद्रगुप्त साहित्य महोत्सव के कार्यक्रमों की शुरुआत होगी। शुक्रवार से शनिवार तक चलने वाले इस महोत्सव को कई भागों में बांटकर आयोजित किया जाएगा।
आज लगभग 12 घंटे का कार्यक्रम होगा। उद्घाटन सत्र दोपहर 1:00 तक चलेगा। महोत्सव का प्रथम सत्र 2:30 से शाम 4:00 तक चलेगा। इस अवधि में भारतीय संस्कृति, वैश्विक समस्याओं का समाधान और आर्थिक चिंतन का भारतीय दृष्टिकोण पर चर्चा की जाएगी।
दूसरा सत्र शाम 4:30 बजे से 6:00 बजे तक व्यक्तित्व से मिलिए कार्यक्रम होगा। जबकि तीसरा और पहले दिन का अंतिम सत्र शाम 7:00 बजे से रात 10:00 बजे तक चलेगा, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम लोक नृत्य और गायन होगा।
महोत्सव के दूसरे दिन यानी 19 अक्टूबर को करीब 12 घंटे में 5 सत्रों का संचालन किया जाएगा। पहला सत्र सुबह 9:15 से 10:45 तक चलेगा। इस सत्र में समावेशी विकास और पर्यावरण संरक्षण, साहित्य, पत्रकारिता में भारतीय चिंतन पर लोक साहित्य कला संस्कृति में एकात्मक विषय पर चर्चा की जाएगी।
दूसरा सत्र 11:00 से 12:30 तक चलेगा। इसमें भारतीय सत्र में सामाजिक समरसता पर चर्चा होगी। तीसरा सत्र 2:30 बजे से शाम 4:00 बजे तक चलेगा। इसमें भारतीय संस्कृति में मातृशक्ति जागरण और चौथे सत्र में 4:15 से 5:45 बजे तक भारतीय सिनेमा और स्व जागरण पर चर्चा होगी। पांचवा और अंतिम सत्र शाम 6:30 बजे से रात 9:30 बजे तक कवी सम्मेलन होना है।
महोत्सव के तीसरे दिन यानी रविवार को प्रथम सत्र में 9:00 बजे से 10:30 तक में आध्यात्म की वैज्ञानिकता भारतीय साहित्य में नागरिक कर्तव्य बोध और मिथिला की ज्ञान परंपरा पर चर्चा होगी। महोत्सव का समापन सत्र 11:00 से संपन्न होने तक चलेगा।
महोत्सव के उद्घाटन के मौके पर चंद्रगुप्त साहित्य महोत्सव के स्वागत समिति के अध्यक्ष कुमार कपिलेश्वर सिंह, संयोजक राजेंद्र प्रसाद गुप्ता,आरएसएस के कार्यवाहक मोहन सिंह के साथ ही साहित्य अकादमी की उपाध्यक्ष कुमुद शर्मा उपस्थित रहेंगे।
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