स्नातकोत्तर संगीत एवं नाट्य विभाग के स्थापना दिवस पर कार्यक्रम आयोजित।
दरभंगा: ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर संगीत एवं नाट्य विभाग ने अपना 41वां स्थापना दिवस समारोह पूर्वक मनाया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो. अजय नाथ झा, सांस्कृतिक समन्वयक सह जन्तु विज्ञान विभागाध्यक्ष तथा विशिष्ट अतिथि प्रो. विनोद कुमार ओझा, निदेशक, दूरस्थ शिक्षा निदेशालय सह परीक्षा नियंत्रक थे। आगत अतिथियों का स्वागत विभागाध्यक्ष प्रो. लावण्य कीर्ति सिंह ‘काव्या’ तथा धन्यवाद ज्ञापन करते हुए संकायाध्यक्ष प्रो. पुष्पम नारायण ने विभाग के विकास को चित्रित किया। समारोह का उद्घाटन सभी आगत अतिथियों ने इकतालिस दीप प्रज्ज्वलित कर किया। वहीं अतिथियों ने ऐसे आयोजनों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि व्यक्तित्व विकास व समाज मे जागृति लाने में संगीत और नाटक का बड़ा महत्वपूर्ण योगदान है। वहीं इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने कुलगीत प्रस्तुत किया। राग अल्हैया बिलावल की प्रस्तुति छात्र हर्ष, प्रतीक, अमित, आर्यन, प्रणव ने की तो नन्दिनी, दीपिका, रूचि, कविता, श्रुति ने दरबारी कानडा का गायन किया। कजरी ‘झमाझम बरस रही बदरिया’, दादरा ‘ चलो काहे को झूठी बनाओ बतियॉ ‘ तथा ‘जगदम्बा घर में दियरा बार अइनी हे’ आरती की मनभावन प्रस्तुतियाँ इन छात्र-छात्राओं ने दी। तबला पर संगति रविन्द्र कुमार सिंह, नाल पर अंकित राज तथा हारमोनियम पर प्रियांशु कुमार चौधरी ने की। विभाग की शोध-छात्रा सोमा मण्डल ने भरतनाट्यम नृत्य के द्वारा देवी-आराधना की प्रशंसनीय प्रदर्शन किया। छात्राओं द्वारा झिझिया की मोहक प्रस्तुति के बाद विभाग के चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थियों द्वारा ” कोणार्क ” नाटक का आकर्षक मंचन किया गया जिसके निर्देशक निखिल रंजन थे। इस अवसर पर विभाग के असंख्य पूर्ववर्ती छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। स्थानीय एम एल एस एम कॉलेज, दरभंगा की संगीत शिक्षिका डॉ. ममता रानी ठाकुर, एमआरएसएम कॉलेज की संगीत विभागाध्यक्ष डॉ. ममता कुमारी, एमआरएम कॉलेज की शिक्षिका डॉ. नितप्रिया प्रलय सहित जन्तु विज्ञान विभाग से डॉ. पारुल बनर्जी सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।
जनसम्पर्क कार्यालय में बिससूत्री कार्यालय खोलने के विरुद्ध पत्रकारों ने सौंपा ज्ञापन।।
दरभंगा: समाहरणालय परिसर स्थित प्रमंडलीय जन संपर्क कार्यालय के भवन में बीस सूत्री का कार्या…