डीएम और एसएसपी से मिले तालाब बचाओ अभियान के प्रतिनिधिमंडल, सुरक्षा की लगाई गुहार।
दरभंगा: शनिवार को तालाब बचाओ अभियान के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रो० विद्या नाथ झा के नेतृत्व में जिलाधिकारी और वरीय पुलिस अधीक्षक से मिले और उनसे इस अभियान से जुड़े कार्यकर्ताओं की जान-माल की सुरक्षा की गुहार लगायी एवं दरभंगा शहर में भरे जा रहे तालाबों के अपराधियों पर शख्त कारवाई करने के लिए अनुरोध किए।

तालाब बचाओ अभियान के प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने जिलाधिकारी और वरीय पुलिस अधीक्षक को स्मरण दिलाया की पिछले वर्ष 8 जनवरी, 2024 को भी हमलोग मिले थे और मन पोखर के अतिक्रमणकारियों से जानलेवा हमला की आशंका व्यक्त किये था। 10 जनवरी की रात 8 बजे मो. तसीम के ऊपर जानलेवा हमला किया गया जिसका एफआईआर 19/24 है। उनकी शंकाएं और जानकारी सत्य हुई।

मन पोखर के अतिक्रमण का केस नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में तालाब बचाओ अभियान द्वारा दायर किया गया है। इससे मन पोखर का अतिक्रमण करके बेचने का धंधा करने वाला गिरोह के अपराधी आक्रोशित हो चुके हैं। अभियान के सदस्यों का कहना है कि मन पोखर का माफिया तालाब बचाओ अभियान के कार्यकर्ताओं पर पुनः जानलेवा हमला की तैयारी बड़े स्तर पर कर रहे है।

प्रतिनिधिमंडल ने एक स्मार पत्र इन दोनों पदाधिकारियों को सौपा, जिसकी प्रतिलिपी मुख्य सचिव बिहार सरकार, डीजीपी. पटना एवं गृह सचिव पटना को मिलकर समर्पित किया जाएगा। इस स्मार पत्र के द्वारा ‘पुलिस अपराध अनुसंधान प्रभाग’ से मन पोखर की जांच करने के साथ-साथ अन्य 31 तालाबों की भी जांच करने की मांग की गयी है, जिसे मन पोखर के अपराधियों ने पिछले 20-25 वर्षों में भरकर बेचा है। दरभंगा शहर में इस गिरोह द्वारा 5-6 तालाबों को इस समय भरा जा रहा है।

जिलाधिकारी ने सहयोगात्मक भावना से सभी लोगों की बात सुनी। उन्होंने तुरंत अपर समाहर्ता को त्वरित कारवाई करने के लिए आदेश दिए। साथ ही उन्होंने तालाब बचाओ अभियान के कार्यकर्ताओं से उन 5-6 तालाबों के बारे में विस्तृत लिखित जानकारी एक-दो दिन में देने के लिए सुझाव दिए, जो अभी भरे जा रहे हैं। उन्होंने पर्यावरण से संबंधित राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय सर्वमान्य स्वीकृत सिद्धांत और क़ानून ‘पोल्यूटर पे’, जो बिहार नगर निगम के क़ानून में भी है, के बारे में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की प्रति मांग की।
वरीय पुलिस अधीक्षक ने जान-माल की सुरक्षा का भरोसा दिलाते हुए कहा पुलिस किसी तालाब भरनेवाले के ऊपर डायरेक्ट एफआईआर. नहीं कर सकती है। जबतक कोई सीओ एफआईआर करने के लिए तैयार नहीं होंगे तबतक हम कुछ नहीं कर सकते हैं

मौके पर, प्रो० विद्या नाथ झा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जल-जीवन-हरियाली मिशन और अतिक्रमित तालाबों को बचाने की घोषणा एवं निर्देशों की याद दिलाते हुए दरभंगा शहर के गंभीर होते जल संकट के सन्दर्भ के बारे में बताए। इस प्रतिनिधिमंडल में प्रो विद्यानाथ झा, प्रो शारदा नन्द चौधरी, उमेश राय, तासिम नवाब, अजित कुमार मिश्र और नारायण जी चौधरी आदि लोग थे।
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