Home Featured दो दिवसीय बिहार-झारखंड स्तरीय शास्त्रीय प्रतियोगिता का हुआ उद्घाटन।
3 weeks ago

दो दिवसीय बिहार-झारखंड स्तरीय शास्त्रीय प्रतियोगिता का हुआ उद्घाटन।

दरभंगा: केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली एवं कामेश्वर सिंंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में शास्त्रीय प्रतियोगिताओं का आयोजन विश्वविद्यालय के दरबार हॉल में किया गया।

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जिसमें बिहार-झारखंड के छात्र भाग ले रहे हैं। समारोह का उद्घाटन करते हुए कुलपति प्रो. लक्ष्मी निवास पांडेय ने कहा कि छात्रों के बीच स्पर्धा व प्रतियोगिता लगातार होनी चाहिए। बच्चे सफलता पाने के लिए लगन के साथ कड़ी मेहनत करते हैं। इससे न केवल उनमें जागृति आती है, बल्कि उनके शैक्षणिक स्तर में भी इजाफा होता है। प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए कुलपति प्रो. पांडेय ने कहा कि विभिन्न विधाओं में स्पर्धा आयोजित है। वे सभी अपना सर्वोत्तम देने का प्रयास करें। फिर उन्हें केंद्रीय स्पर्धा में भी भाग लेना है।

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वहीं निर्णायक मंडल सदस्यों से भी उन्होंने अपील की कि जो प्रतिभागी सभी मानकों को पूरा करते हुए सफल होते हैं। उन्हीं उत्तम छात्रों का चयन करें। यानी गुणवत्तापूर्ण चयन में कोताही नहीं करने की उन्होनें वकालत की। उक्त जानकारी देते हुए जनसम्पर्क पदाधिकारी निशिकान्त प्रसाद सिंह ने बताया कि डीन डॉ. शिवलोचन झा के नेतृत्व में डॉ. यदुवीर स्वरूप शास्त्री एवं डॉ अवधेश श्रोत्रीय ने कार्यक्रम का सफल संयोजन किया। समापन कल 29 जनवरी को होगा।

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करीब पांच दर्जन से अधिक बच्चों ने आज स्पर्धा में भाग लिया। वहीं निर्णायक मंडल में शामिल प्रो. दयानाथझा, प्रो. दिलीप कुमार झा, प्रो. पुरेन्द्र वारिक, प्रो. विनय कुमार मिश्र, डॉ. दीनानाथ साह, डॉ. घनश्याम मिश्र, डॉ. संजीत कुमार झा, डॉ. छविलाल न्योपाने, डॉ. शिवानन्द शुक्ल, डॉ. साधनाशर्मा, डॉ. रामसेवक झा, डॉ. संजीत कुमार झा, डॉ. छविलालन्योपाने ,डॉ. ध्रुव मिश्र, डॉ. ममता स्नेही, डॉ. सन्तोष कुमार तिवारी, डॉ. देवहुति कुमारी ने बखूबी अपने दायित्वों का निर्वहन किया।

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