कड़ी कारवाई के बाद भी पुलिसकर्मी नही छोड़ पा रहे हैं शराब, एक और ओपी प्रभारी गिरफ्तार।
दरभंगा: बिहार सरकार के शराबबन्दी कानून ने न जाने अबतक कितने शौक से पीने वालों के साथ साथ मेहनत मजदूरी के बाद मजबूरी में पीने वालों को भी उनके इस शौक के कारण उन्हें बड़े अपराधी की श्रेणी में खड़ा कर चुका है। तमाम दावों के बाद शराब का कारोबार बदस्तूर जारी है। और जारी भी क्यों न हो, जब इसे रोकने वाले सरकार के नुमाइंदे ही इसके मुरीद हों।
जी हां, सरकार लाख कोशिश कर ले, बिहार में शराब का व्यापार थमने का नाम नही ले रहा। पर इसके कारण हर थानाक्षेत्र में शराब के कारण आपराधिक रिकॉर्डों वाले लोगो की संख्या में इजाफा जरूर हो रहा है।
हाल ही में दरभंगा के आईजी द्वारा शराब के नशे में धराये दो दरोगा को बर्खास्त करने की कारवाई भी हुई है। परंतु इससे भी दरभंगा पुलिस के अधिकारी सीख लेते नही दिख रहे हैं। बुधवार की देर रात दरभंगा के वरीय पुलिस अधीक्षक को सूचना मिली कि फेकला ओपी के ओपी अध्यक्ष वासुदेव सिंह शराब के नशे में थाने में मौजूद हैं। इस सूचना पर सिटी एसपी योगेंद्र कुमार खुद दल बल के साथ ओपी पहुँचे जहां ओपी अध्यक्ष नशे में मिले। उन्हें हिरासत में लेकर मेडिकल टेस्ट भी करवाया गया जिसमें शराब के नशे की पुष्टि हुई। इसके बाद वरीय पुलिस अधीक्षक ने तत्काल उन्हें निलंबित कर दिया और जेल भेजने का निर्देश दिया। साथ ही विभागीय कारवाई केलिए भी अनुशंसा कर दी गयी है।
इस कारवाई से पूरे जिले के पुलिसकर्मियों में हड़कम्प मचा हुआ है।
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