डीएमसीएच में एम्स की संभावना का निरीक्षण केलिए पुनः सोमवार को आएगी केंद्रीय टीम।
दरभंगा: लगातार हाँ और ना के बीच दरभंगा में एम्स का मामला लटका हुआ है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे द्वारा डीएमसीएच परिसर में एम्स की संभावना तकनीकी टीम द्वारा निरस्त करने की जानकारी के बाद लोगों को निराशा होने लगी और लगातार एम्स के दावे करने वाले नेताओं की किरकिरी भी होने लगी थी। परंतु एकबार पुनः निरीक्षण केलिए टीम बुलाने की खबर से लोगों ने पुनः उम्मीद जगाने की कोशिश की गयी है।
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बिहार में दूसरे एम्स की स्थापना के लिए राज्य सरकार की ओर से उपलब्ध करायी गई भूमि का जायजा लेने के सात सदस्यीय केन्द्रीय टीम 16 दिसंबर को डीएमसीएच पहुंचेगी। एम्स के निर्माण के लिए उपलब्ध करायी गई जमीन का जायजा लेने के बाद केन्द्रीय टीम रात को दरभंगा में ही रुकेगी। टीम पटना के लिए 17 दिसम्बर की सुबह रवाना होगी।
सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के संयुक्त सचिव सुनील शर्मा के नेतृत्व में सात सदस्यीय टीम यहां पहुंचेगी। टीम में एम्स, नई दिल्ली के एमएस डॉ.डीके शर्मा, एम्स, पटना के एमएस डॉ.रामजी सिंह, राय बरेली के श्री जीपी श्रीवास्तव, वरीय आर्किटेक्ट मुकेश कुमार वाजपेयी, पीएमएसएसवाई के निदेशक संजय रॉय और एचएलएल के आर्किटेक्ट आरके खेतान भी शामिल हैं। टीम के पहुंचने को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से डीएम को पत्र भेजा गया है। डीएम की ओर से दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य व अस्पताल अधीक्षक को सूचित कर दिया गया है।
प्रशिक्षण नहीं होने से नाराज वार्ड सदस्यों ने प्रखंड मुख्यालय पर किया हंगामा।
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