जुमलेबाजी गैंग के इशारे पर एम्स मामले जनता को भ्रमित करना बंद करें DMCH के अधीक्षक: सुजीत आचार्य
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दरभंगा: दरभंगा के डीएमसीएच में एम्स निर्माण का प्रस्ताव खारिज होने की खबर आने के बाद राजनीतिक सरगर्मी और तेज हो गयी है। एम्स लाने के क्रेडिट की होड़ में जहां नेता लगे थे वहीं प्रस्ताव खारिज होने के बाद सभी क्रेडिट वीरो ने चुप्पी साध दी है। विरोध प्रदर्शन शुरू हो चुके हैं। इस बीच डीएमसीएच के अधीक्षक के एक बयान से आंदोलनकारियों में गुस्सा का माहौल उतपन्न होता दिख रहा है।
इसी बीच नेताओं के साथ साथ डीएमसीएच के अधीक्षक डॉ0 राज रंजन प्रसाद भी एम्स मामले में बयानबाजी में कूद पड़े। हाल ही में एक मीडिया इंटरव्यू में उन्होंने बयान दिया कि मीडिया के माध्यम से जो प्रस्ताव खारिज होने की खबरे आ रही हैं, वह भ्रामक है क्योंकि इसतरह की कोई आधिकारिक जानकारी नही है।
इस बयान का जबरदस्त पलटवार बुधवार को मिथिला विकास संघ के महासचिव सुजीत कुमार आचार्य ने किया। उन्होंने कहा कि अधीक्षक इस तरह की तथ्यविहीन बातें उन्ही जुमलाबाज गैंग के इशारे पर कर रहे हैं जिन्होंने एम्स के क्रेडिट केलिए ढिंढोरा पीटना शुरू किया था। श्री आचार्य ने सीधा सवाल उठाते हुए कहा कि अधीक्षक कौन होते हैं जो उन्हें लिखित सूचना दी जाएगी! केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा किसी प्रकार का संवाद बिहार सरकार के स्वास्थ्य सचिव से किया जाएगा। डीएमसीएच के अधीक्षक का कार्य केवल अस्पताल की व्यवस्था देखना है जिसमे वे पूरी तरह विफल हैं। अस्पताल की हालत किसी से छिपी नही है। अब जुमलेबाजी गैंग को आभास हो गया है कि मिथिला की जनता को एम्स के नाम पर ठगने के बाद जनता में भयंकर आक्रोश है। यही आक्रोश किसी बड़े आंदोलन का रूप न ले ले, इसलिए लोगों को भ्रमित कर जनआंदोलन को कमजोर करने केलिए डीएमसीएच के अधीक्षक को जुमलेबाजी गैंग द्वारा आगे लाया गया है। पर लोग भ्रमित नही होंगे और जन आंदोलन जारी रहेगा जबतक एम्स के दरभंगा में स्थापना की गारंटी नही हो जाती।
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