सीएससी संचालक को गोली मारकर लूटने वाले गिरोह का 72 घण्टे के भीतर पुलिस ने किया उदभेदन का दावा।
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दरभंगा: वैसे तो चेकिंग आदि के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों को पुलिस हथियारों के साथ गिरफ्तार कर के कामयाबी हासिल कर भले बड़ी उपलब्धि बताती हो, पर असल कामयाबी तो तब हासिल होती है जब अज्ञात द्वारा घटना को अंजाम दिया गया हो और पुलिस त्वरित जाँच कर अपराधियों को चिन्हित करके गिरफ्तार कर ले। ऐसे ही एक मामले में 72 घण्टे के भीतर उदभेदन कर कामयाबी का दावा दरभंगा की पुलिस ने मंगलवार को किया है। घनश्यामपुर थाने क्षेत्र के रसियारी-कठाल मार्ग में शनिवार को सीएसपी संचालक को गोली मारकर छह लाख रुपये और बाइक लूट मामले में पुलिस ने तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर चार दिनों के अंदर पूरे मामले का उद्भेदन कर दिया। एसएसपी बाबू राम ने बताया कि गिरोह के तीन अन्य बदमाश फरार हैं, जिन्हें पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। बहुत जल्द उन्होंने तीनों को दबोचने की बात कही है। बताया गिरफ्तार किए गए जमालपुर थाने के किरतपुर निवासी रामप्रसाद सदा के पुत्र आनंद सदा, घनश्यामपुर थाने के कुरसाहा निवासी लालबच्चा सदा के पुत्र राजीव सदा और सकतपुर थाने के खैरवार निवासी धरम यादव के पुत्र चंदन यादव ने पूछताछ दौरान घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार की है। बताया कि यह लूट छह लाख की नहीं बल्कि, ढाई लाख की थी। इसमें चंदन यादव के निशानदेही पर उसके घर से 63 हजार रुपये को पुलिस ने बरामद कर लिया है। चंदन ने बताया कि उसे लूट के हिस्से में 70 हजार रुपये मिले थे। इसमें सात हजार रुपये उसने खर्च कर दिए। उसने यह भी बताया कि मामले में फरार चल रहे आरोपित मधुबनी जिले के लखनौर थाने के गंगापुर निवासी श्यामनंदन यादव के पुत्र जितेंद्र यादव उर्फ कारी को 30 हजार रुपये बतौर हिस्से की राशि दी गई। शेष राशि और बाइक, मोबाइल और अन्य सामान फरार आरोपित मधुबनी जिले के घोघरडीहा थाने के चिकना गांव निवासी दुखी पासवान के पुत्र विक्की पासवान के पास है। उसने चंदन को बताया कि शेष साथियों के बीच वह राशि का बंटवारा कर देगा। एसएसपी राम ने बताया कि इस घटना में आनंद सदा, राजीव सदा और फरार आरोपित मधुबनी जिले के भेजा थाने के नीमा चैनल गांव निवासी इश्की पांडेय के पुत्र राहुल पांडेय लाइनर का काम किया था। दरअसल, आनंद सदा पहले सीएसपी संचालक था। घाटा होने के कारण वह अपना केंद्र बंद कर दिया। इसके बाद से ही वह सीएसपी संचालक व महथवार निवासी राजन मिश्रा और चंदन मिश्रा दोनों भाइयों को लूटने का प्लान बनाने लगा। लूट की योजना बनाने के लिए राहुल पांडेय ने मीटिग की इसमें आनंद और राजीव ने रैकी किया और चंदन यादव, विक्की पासवान और जितेंद्र यादव उर्फ कारी ने उजला आपाची बाइक से घटना को अंजाम दिया। एसएसपी राम ने बताया कि फरार आरोपित राहुल और जितेंद्र के खिलाफ कई आपराधिक मामला दर्ज है। जबकि, शेष का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।
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