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September 1, 2021

राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन योजना के विरोध में कर्मचारी महासंघ ने किया प्रदर्शन।

दरभंगा: देश के सबसे बड़े कर्मचारी संगठन ‘ऑल इंडिया स्टेट गवर्नमेंट एम्पलाइज फेडरेशन के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर एक सितंबर को देशभर में प्रदर्शन के समर्थन में बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ ने राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन नीति की कड़ी आलोचना करते हुए प्रदर्शन किया। फकीरा पासवान की अध्यक्षता में आयोजित रैली को अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के कर्मचारी नेता एवं जिला मंत्री फूल कुमार झा के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया।

महासंघ कार्यालय से समाहरणालय ,लहेरियासराय टावर, लोहिया चौक होते हुए पुन: समाहरणालय के गेट नंबर दो पर एकत्रित होकर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी एवं प्रदर्शन किया। कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कर्मचारी नेता फूल कुमार झा ने कहा कि जनता की कड़ी मेहनत व टैक्सपेयर्स के पैसों से खड़े किए गए सार्वजनिक क्षेत्र को किसी भी कीमत पर बिकने नहीं देंगे।

उन्होंने कहा कि अब केंद्र सरकार ने आधिकारिक तौर पर सार्वजनिक क्षेत्र को बेचने की घोषणा कर दी है, यह पूरी तरह निजीकरण है जिसको बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज पूरे देश भर में राज्य सरकार के कर्मचारी अपने इंप्लाइज फेडरेशन के बैनर तले केंद्र सरकार की इस जनविरोधी नीति के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है साथ ही सार्वजनिक क्षेत्र एवं रोजगार को बचाने, ठेका संविदा को खत्म कर सभी कार्यरत कर्मियों की सेवा को नियमित एवं स्थाई करते हुए समान काम के लिए समान वेतन व सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने ,पुरानी पेंशन नीति बहाल करने, डी ए के एरियर का भुगतान करने, सार्वजनिक स्वास्थ्य व शिक्षा के ढांचे को मजबूत करने , सभी को नि:शुल्क स्वास्थ्य एवं शिक्षा प्रदान करने की मांग को लेकर आंदोलन तेज किया जाएगा। प्रदर्शन कर रहे राज्य सरकार के कर्मचारियों को संबोधित करते हुए केंद्रीय श्रमिक संगठन ह्लसेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियनह्व( सीआईटीयू )के बिहार राज्य कमेटी सदस्य सत्य प्रकाश चौधरी ने कहा कि एक तरफ केंद्र सरकार बड़े कॉरपोरेट घरानों के लाखों करोड़ों रुपए टैक्स माफ कर रही है और दूसरी तरफ सार्वजनिक क्षेत्र की संपत्तियों को निजी हाथों में सौंप कर 60 हजार करोड रुपए कमाने का ऐलान किया है, इससे केंद्र सरकार की कॉरपोरेट परस्त नीतियों बिल्कुल स्पष्ट होती है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के इस फैसले से रोजगार के अवसर समाप्त हो जाएंगे और जन सुविधाएं आम आदमी की पहुंच से बाहर हो जाएगा। उन्होंने कहा कि ‘हम देश नहीं बिकने देंगे की बात करने वाले आज पुरखों द्वारा खड़े किए गए ढांचे को निजी हाथों में सौंप कर संपत्ति अर्जित करना चाहती है जिसे किसी भी कीमत पर जायज नहीं ठहराया जा सकता। मौके पर कर्मचारी नेता अरविंद कुमार राय, तारा कांत पाठक, सिकंदर कुमार, सुरेंद्र कुमार झा, अश्विनी कुमार झा, सीताराम पासवान, कुसे पासवान, दुर्गा शंकर झा, विवेक कुमार, राज नारायण झा ने भी विचार व्यक्त किए।

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