माले ने भूमि विवाद में निर्दोषों को फ़साने का लगाया आरोप।
दरभंगा: भाकपा(माले) जिला सचिव बैद्यनाथ यादव बयान जारी कर कहा है कि भूमि विवाद को हल करने में स्थानीय स्तर पर थाना व सीओ लापरवाह बने हुए हैं। जिसके चलते हर जगह खूनी हिंसा की नौवत आ गई है। उन्होंने बहादुरपुर थाना अंतर्गत पतोर ओपी के श्रीराम पिपरा गांव वाले घटना में निर्दोष लोगों को फंसाने के खिलाफ एक ज्ञापन एसएसपी को सौंपा है। इस माध्यम से उन्होंने कहा कि श्रीराम पिपरा गांव में दलित गरीबो को जमीन का पर्चा मिला हुआ है लेकिन आज तक स्थानीय सीओ और थाना की लापरवाही की बजह से जमीन का सीमांकन नही हो पाया। और भूमि विवाद के चलते ही 18 अगस्त को मारपीट की घटना हुई है। स्थानीय परचाधारियों द्वारा सीओ को आवेदन देकर जमीन का सीमांकन कराने की मांग की जा चुकी है।
लेकिन आज तक इस ओर न सीओ और न ही थाना प्रभारी के द्वारा ध्यान दिया गया। और जब मारपीट की घटना की हुई तो एक पक्ष के कहने पर ओपी प्रभारी द्वारा महिलाओं को बेहरमी से पिटा गया। जब इस घटना की जानकारी माले नेता को मिली तो बहादुरपुर प्रखंड के पूर्व कार्यकारी प्रमुख व माले नेता हरि पासवान घटना स्थल पर जाकर बीच बचाव कर झगड़ा को शांत करवाया। लेकिन पतोर थाना कांड (425/21) में उन्हें नामजद अभियुक्त बना दिया गया है।
यादव ने कहा कि एसएसपी से खुद या सक्षम अधिकारी से पतोर थाना कांड (424,425), (426/21) मुकदमा की जांच की मांग की है। साथ ही साथ परचाधारियों को सुरक्षा देने की मांग की है। यादव ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को राहत देने में आना कानी करने के खिलाफ आंदोलन में सदर सीओ द्वारा मब्बी ओपी से प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। राहत की मांग को लेकर एनएच 57 को जाम करने वाले हजारों लोगों में 44 लोगों को चिन्हित कर एफआईआर कर दिया गया है। एक सप्ताह के अंदर राहत देने का समय भी दिया गया लेकिन अभी तक राहत नहीं दिया गया। इसकी भी जांच कराकर उन्हें दोषमुक्त किया जाए।
शराबी बेटे की हरकतों से तंग आकर पिता ने बेटे को किया पुलिस के हवाले।
दरभंगा: घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के शिवनगरघाट गांव निवासी देवचंद्र झा ने अपने शराबी बेटे की…