नमाज और इफ्तार पर गरमाई राजनीति के बीच आयोजित एक इफ्तार ने दे दिए कई सवालों के मौन जवाब!
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दरभंगा। अभिषेक कुमार
इमदिनों दरभंगा में अचानक नमाज और इफ्तार पर गरमाई राजनीति के बीच दरभंगा नगर निगम परिसर में वार्ड 21 की पार्षद मधुबाला सिन्हा द्वारा आयोजित इफ्तार ने शायद कई सवालों का मौन जवाब दे दिया। जनप्रतिनिधियों के अलावा सारे विवादों के बीच जिलाधिकारी राजीव रौशन ने खुद भी इस इफ्तार में शामिल होकर कहीं न कहीं प्रशासनिक मौन जवाब भी दे दिया।
विश्विद्यालय परिसर में भले ही इफ्तार जैसा आयोजन पहली बार हुआ हो, लेकिन दरभंगा नगर निगम परिसर में यह आयोजन वर्ष 2007 से मधुबाला सिन्हा द्वारा लगातार किया जाता रहा और इसमे आम से लेकर खास तक आते रहे हैं। मधुबाला सिन्हा के 2007 से पार्षद निर्वाचित होने पर व्यापक रूप से आयोजित इस इफ्तार में तत्कालीन जिलाधिकारी उपेंद्र शर्मा के साथ तत्कालीन और वर्तमान विधायक संजय सरावगी उस समय भी इफ्तार में शामिल हुए। इसके बाद प्रसाशनिक पदाधिकारी बदलते गए और वे भी इसमें शरीक होते रहे। जिलाधिकारी अरुण प्रसाद, आर लक्ष्मणन, कुमार रवि, चंद्रशेखर प्रसाद, एसएसपी कुमार एकले, सत्यवीर सिंह इत्यादि। अगर कोरोना काल के 2020, 2021 को छोड़ दें तो प्रायः सभी में विधायक संजय सरावगी सहित कई वरिष्ठ राजनेता, मंत्री प्रसाशनिक उच्च अधिकारी शिरकत करते रहे।
पार्षद मधुबाला सिन्हा के इस आयोजन में मुख्य सहयोगी के रूप में भूमिका निभानेवाले उनके पति पत्रकार नवीन सिन्हा, जिनकी कोरोना काल में सामाजिक चेतना से पूरे विश्व में मानवता की एक अलग पहचान रही। लेकिन इस बार विश्विद्यालय के इफ्तार के बाद गंगाजल, हनुमान चालीसा प्रकरण के बाद आयोजित इस इफ्तार पार्टी में आमंत्रित जिलाधिकारी राजीव रौशन ने इसमे शामिल होकर उन्होंने एक तरह से इन विवादों का मौन जवाब भी दे दिया कि आयोजन का मंशा स्पष्ट हो और सर्वधर्म समभाव सर्वोपरि हो तो कहीं कोई कठिनाई नही होनी चाहिए।
यही नही एक ओर जहां इस इफ्तार पार्टी में जिलाधिकारी के बगल में बैठे विधायक संजय सरावगी ने तिरंगा टोपी पहनने से इंकार कर दिया, वहीं जिलाधिकारी ने इस तिरंगे टोपी को स्वीकारते हुए पहनकट इफ्तार के दावत में मौन रहकर सर्वधर्म समभाव का संदेश दिया कि वे रामनवमी में भी आम जनता के बीच जाकर श्रीरामजी की मूर्ति पाकर गौरवान्वित महसूस करते हैं तो गैर राजनीतिक इफ्तार में भी शिरकत करने में प्रसाशन के मुखिया को कोई परहेज नही। प्रसाशन का धर्म सर्वधर्म समभाव सर्वोपरि है।
बहरहाल चुनाव आते जाते रहेंगे। राजनीति होती रहेगी। लेकिन धर्म के नाम पर ओछी राजनीति से समाज कटेगा, बंटेगा, इससे इंकार नही किया जा सकता।
बहरहाल रामनवमी में सार्वजनिक मंच पर भगवान श्रीरामजी की मूर्ति को ससम्मान स्वीकार कर और दो दिन पूर्व उपजे विश्विद्यालय इफ्तार और विधायक के सड़क पर नमाज़ पढ़ने के उपजे विवाद के बीच ईद से पूर्व सामाजिक संदेश देकर जिलाधिकारी राजीव रौशन ने गैर राजनीतिक आयोजन में तिरंगे टोपी को स्वीकार कर इसे पहन इफ्तार में शामिल होकर इन सभी विवादों का प्रसाशनिक मौन जवाब दे दिया कि प्रसाशन का मुख्य ध्येय सर्वधर्म समभाव है, सबको सम्मान देना मुख्य काम है।
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