सड़क किनारे झोले में पड़ी मिली नवजात बच्ची।
दरभंगा: अपने नवजात को तो जानवर भी खुद से अलग नही होने देते। कोई अलग करना चाहे तो मरने मारने को तैयार हो जाते हैं। पर इंसान के अंदर लगता है मानवता मरती जा रही है। तभी तो अपने जिगर के टुकड़े को खुद से अलग करने में भी तकलीफ नही होती।
कुछ ऐसा ही अमानवीय कृत्य का नजारा का जिले के घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के पाली घनश्यामपुर पीडब्ल्यूडी सड़क किनारे एक नवजात के मिलने पर प्रस्तुत हुआ है। सड़क किनारे राहुल हार्डवेयर की दुकान के पास दोपहर करीब बारह बजे एक लावारिश नवजात बच्ची मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। नवजात को देखने के लिए तपती दोपहर में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।
बताया जाता है कि किसी ने एक सफेद रंग के झोला में बच्ची को पैक करके तीखी धूप में सड़क किनारे फेंक दिया था। राहुल हार्डवेयर की गद्दी में ट्रक से बालू अनलोड करवा रहे ड्राईवर की नजर उस झोले पर पड़ी। झोले के अंदर से बच्ची के रोने की आवाज आ रही थी। झोला खोलने पर एक नवजात बच्ची दिखाई दी। भीड़ में जमा लोगों की पहल पर पाली गांव के जीतन सदा की पत्नी नवजात बच्ची को घनश्यामपुर सीएचसी लेकर गयी। अस्पताल में नवजात शिशु के उपचार के बाद लावारिश बच्ची को जीतन सदा की पत्नी रेणु देवी को सौंप दिया गया।
शराबी बेटे की हरकतों से तंग आकर पिता ने बेटे को किया पुलिस के हवाले।
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